शिक्षा के क्षेत्र में बेमिसाल है पं अनिरुद्ध शुक्ल का योगदान: विवेकानंद
🔵बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे अनिरुद्ध शुक्ल: शिवकुमारी देवी
🔴गरीब बच्चों को भी शिक्षा देने में अग्रणी रहे पं शुक्ल: विंध्यवसिनी
कुशीनगर। प्रख्यात शिक्षाविद व सामाजिक चिंतक पं अनिरुद्ध शुक्ल का शिक्षा के क्षेत्र में योगदान बेमिसाल रहा। अपने कठोर अनुशासन व दयालुता की प्रतिमूर्ति पं शुक्ल ने जिले भर के लोगों में काफी प्रतिष्ठा अर्जित की। उन्होंने अपने प्रधानाचार्यत्व काल मे नेहरू इंटर कालेज मंसाछापर में बाइस शिक्षण कक्षों का निर्माण कराया था। उन्होंने न सिर्फ संस्था का विकास किया, वरन व्यक्तित्व निर्माण में भी महती भूमिका निभाई।
इस आशय के विचार नेहरू इंटर कालेज, मंसाछापर में आयोजित प्रख्यात शिक्षाविद पं अनिरुद्ध शुक्ल की ग्यारहवीं पुण्यतिथि पर बतौर मुख्य अतिथि खड्डा विधायक विवेकानंद ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पं शुक्ल ने शिक्षा के क्षेत्र में जो मुकाम हासिल किया , वह विरले ही हासिल करते है। उन्होंने न सिर्फ संस्कारवान शिक्षा प्रदान करने में अभूतपूर्व कार्य किया, बल्कि हर क्षेत्र में नौकरी देने व दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। विशिष्ट अतिथि विशुनपुरा ब्लाक प्रमुख विंध्यवासिनी श्रीवास्तव ने कहा कि हमने देखा और सुना भी है कि पं अनिरुद्ध शुक्ल ने गरीबों के बच्चों को बड़ी संख्या में शिक्षा देने का कार्य किया। सांस्कारित शिक्षा की दिशा में इनका बड़ा योगदान रहा है। अनुशासन कायम रखने में इनकी बड़ी प्रतिष्ठा रही है। मुख्य वक्ता हनुमान इंटर कालेज पडरौना के प्रबंधक मंनोज शर्मा सारस्वत ने अपने संबोधन में पं शुक्ल को अभूतपूर्व प्रतिभा का धनी बताया। उन्होंने अपने बाबाजी पं मातादीन शर्मा व पं अनिरुद्ध शुक्ल की मित्रता के कई संस्मरण सुनाए। समाज के वंचितों के लिए पं शुक्ल ने शिक्षा प्रदान करने में जो कार्य किया वह किसी व्यक्ति के वश का नहीं बल्कि कोई संस्था ही कर सकती थी। अर्थात पं शुक्ल व्यक्ति नहीं वरन पूरी संस्था थे। अतिथियों का स्वागत करते हुए पं शुक्ल के सुपुत्र हनुमान इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र दत्त शुक्ल ने कहा कि बाबूजी ने कभी भी सामान्य व विशिष्ट छात्रों के बीच कभी भेदभाव नहीं किया। विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य के रूप में उनका व्यक्तित्व कठोर अनुशासनप्रिय व दयालुता के रूप प्रचलित रहा। उन्होंने रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी बड़े कार्य किये। कार्यक्रम को प्रधानाचार्य परिषद के संरक्षक गोरख राय, जिलाध्यक्ष डॉ देवेंद्र मणि त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष गोविंद मिश्र, रीयल पैराडायज एकेडमी की प्रधानाचार्य डॉ सुनीता पांडेय, भाजपा जिला मंत्री सुदर्शन पाल, पूर्व प्रधानाचार्य मदन मोहन पांडेय, मार्कण्डेय कुमार गौतम ने अपने विचार व्यक्त किये। विद्यालय के प्रबंधक डॉ विजय दत्त शुक्ल व प्रधानाचार्य साधु शरण पांडेय ने पं शुक्ल के व्यक्तित्व व कृतित्व का विशद वर्णन किया। कार्यक्रम में मेधावी बच्चों व विद्यालय के कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।