कोरबी-चोटिया कोरबा जिले के सरहदी क्षेत्र में 50 हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण इलाकों में रात-रात भर अपने जान को जोखिम में डालकर बच्चे, महिला एवं पुरुषों के द्वारा आग जला कर अपनी जिंदगी व फसल की रक्षा के लिये जद्दोजहद की जा रही है। इस बीच एक चौंकाने वाला वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हाथियों को आग से दाग कर भागने का प्रयास हो रहा है।
अपने आप को सरकारी भवनों में पूरी रात कड़कड़ाती ठंड में कि हाथी न आ जाए, इस दहशत से ग्रामीण शाम को ही भोजन कर सुरक्षित स्थानों के लिए निकल पड़ते हैं। पिछले दो सप्ताह से कोरबा के पड़ोसी जिले कोरिया एवं जीपीएम के सीमावर्ती क्षेत्र कोटगार, बेलकामार गांव में ग्रामीणों का हाथियों ने जीना हराम कर दिया है। इस इलाके से निकलकर यह वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ दिखाई और सुनाई दे रहा है कि लोग हाथियों को खदेड़ने के लिए आग से दागने की बात कर शोर मचा रहे हैं। अपने घर व खेत-खलिहान में आग जला कर एवं हाथी को आग से दाग कर भगाने की बात कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि पिछले लगभग पांच वर्षों से हाथियों के आतंक से पसान, ऐतमानगर एवं केंद्ई रेंज के ग्रामीण दहशत में हैं। हाथी से परेशान किसान अपनी फसल, मकान एवं अपने आप को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं तो वहीं वन विभाग की कार्रवाई सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति साबित हो रही है। वहीं, वन विभाग की मानें तो हाथी यो से ग्रामीणों को दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी कराई जा रही है। शाम होते ही जंगल की ओर जाने से रोका जा रहा है। हाथी के आने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे रेस्क्यू कर रही है।