खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के तहत जिले में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग का कार्य 120 पंजीकृत राइस मिलर्स द्वारा किया जा रहा था। निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जिले को 3 हजार 58 हजार 935 मीट्रिक टन चावल का उपार्जन करना था। अब तक भारतीय खाद्य निगम (FCI) व नागरिक आपूर्ति निगम में 2 लाख 43 हजार 698 मीट्रिक टन चावल जमा किया जा चुका है। शेष 1 लाख 14 हजार 883 मीट्रिक टन चावल अभी भी जमा किया जाना बाकी है।
बीते साल का चावल जमा करने में देरी करने पर कलेक्टर रणबीर शर्मा ने 21 पंजीकृत राइस मिलर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन मिलर्स को कस्टम मिलिंग चावल जमा कराने स्टैक आबंटित किए गए थे। हालांकि, 20 दिन से अधिक समय बीत जाने के बावजूद ये मिलर्स आबंटित स्टैक को पूर्ण नहीं कर सके हैं। कलेक्टर ने संबंधित मिलर्स को सख्त निर्देश दिए हैं कि समयावधि के भीतर चावल जमा कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि चावल जमा करने में और देरी होती है तो नियमों के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिले में प्रशासन ने कस्टम मिलिंग प्रक्रिया को समय पर पूरा करने और लक्षित चावल जमा कराने की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने कहा है। मिलर्स को चेतावनी दी गई है कि इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।