बस्तर में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के साथ अंदरूनी इलाकों के युवाओं को सरकार से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने के लिए बस्तर ओलंपिक का आयोजन कराया जा रहा है। इस खेल आयोजन में कुछ अव्यवस्थाएं भी निकलकर सामने आई हैं। गुरुवार को संपन्न हुए इस चार दिवसीय ब्लाक स्तरीय बस्तर ओलंपिक के आयोजन में शामिल हुए जिले भर के 12000 खिलाड़ियों को जहां एक ओर अधपका भोजन परोसा गया, तो वहीं दो दिनों तक एजुकेशन सिटी के फुटबॉल ग्राउंड में चले खेल के दौरान धूप से बचने के लिए छांव का इंतेजाम तक नहीं किया गया था।
धूप के खेलकर बच्चे चक्कर खाकर गिरते नजर आये। हालांकि यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए तैनात की गई थी। यहां बच्चों के लिए नाश्ता व भोजन की व्यवस्था भी नहीं कि गई थी। बच्चे या तो अपने खर्चे से या फिर अपने रिश्तेदारों के यहां से खाने की व्यवस्था कर रहे थे। इधर बुधवार को बस्तर ओलंपिक के आयोजन में भारी अव्यवस्था दिखी। खिलाड़ियों के लिए भोजन की अच्छी व्यवस्था नहीं कराई गई।
हजारों बच्चों को अधपका खाना खिलाया गया। इसके लिए भी बच्चों को लंबी कतार लगानी पड़ी थी। 12000 बच्चों के प्यास बुझाने के लिए महज दो पानी के टैंकर ही लगाये गए थे। खिलाड़ियों ने बताया कि उन्हें उन्हें दो दिनों से अधपका चांवल ख़िलाया गया, जिससे कुछ बच्चे बीमार पड़ गए। इतना ही नहीं जिस छात्रावास में बच्चों के रुकने की व्यवस्था की गई थी, वहां बच्चों के लिए बिस्तर तक नहीं थे।
दो डिप्टी सीएम व खेल मंत्री ने बीजापुर आकर देखा बस्तर ओलंपिक का आयोजन
बस्तर ओलंपिक के ब्लाक स्तरीय कार्यक्रम देखने मंगलवार को डिप्टी सीएम अरुण साव व बुधवार को डिप्टी सीएम विजय शर्मा व खेल मंत्री टंकराम वर्मा बीजापुर पहुंचकर बस्तर ओलंपिक का आयोजन देखा और खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की।
Credit By Amar Ujala