सेहत – इतनी धूप के बावजूद भारत के लोगों में क्यों होती है विटामिन डी की कमी, सही बात जान हिल जाएंगे आप, ऐसे करें पूरा

विटामिन डी की कमी क्यों: विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण चीज है जिससे शरीर में कैल्शियम सहित कई पोषक तत्वों का अवशोषण होता है। अगर विटामिन डी की कमी हो जाए तो विटामिन डी की कमी हो जाएगी और मसाले में जान खत्म हो जाएगी। विटामिन डी सीधे तौर पर हमें सूर्य की रोशनी से मिलता है। भारत में सूरज की रोशनी की कोई कमी नहीं है। यह देश के हर कोने में हर जगह आसानी से उपलब्ध है। इसके बावजूद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में ज्यादातर लोगों को विटामिन डी की कमी है। यहां तक ​​कि जो लोग स्केल करते हैं उनमें भी विटामिन डी की कमी होती है। एक अध्ययन में पाया गया कि उत्तर भारत में 91 प्रतिशत से अधिक लोगों में विटामिन डी की कमी है। यह चौंका देने वाला कर देने वाले आंकड़े हमारे लिए चिंता की बात है। ऐसा क्यों हो रहा है कि हमारे देश में इतनी धूप के बावजूद लोगों में विटामिन डी की कमी हो रही है।

विटामिन डी की कमी के कारण

1. बाहर कम बाहर-स्टडी के अनुसार धूप के बावजूद भी भारत में विटामिन डी की कमी के कई कारण हैं। टीओआई की खबर के मुताबिक इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि ज्यादातर लोग अपने काम-काज में इतने व्यस्त रहते हैं कि वे धूप में कुछ देर भी अपना समय बर्बाद नहीं कर पाते। शहरीकरण के कारण ज्यादातर भारतीय घरों में ही सब काम कर लेते हैं। बच्चे भी स्कूल जाते हैं फिर घर आते हैं, बाहर बहुत कम प्रतिस्पर्धी होते हैं। ऑफिस-घर फिर ऑफिस-घर, इसी में पूरा समय चलता रहता है।

2. त्वचा का काला होना-इसका दूसरा कारण यह है कि भारतीय लोगों के चेहरे का रंग गहरा होता है जिसके कारण त्वचा में विटामिन डी को सिंथेसिस करने की क्षमता कम होती है। डार्क स्किन में मॉलिन कंपाउंड में सबसे ज्यादा होता है जो अल्ट्रावायलेट किरण से बचाव के लिए होता है। इसका मतलब यह है कि हम लोग ज्यादातर देर तक धूप में रहने वाले टैब पर विटामिन डी का सिंथेसिस सही से करेंगे।

3. वायु प्रदूषण-हमारे देश में एयर पॉल्यूशन बहुत ज्यादा हो गया है। सूरज की किरणों को पॉल्यूशन में मौजूद ग्लोब कण रोक लेते हैं जिसका कारण रोशनी सही से धरती तक नहीं है। जहां पॉल्यूशन बहुतायत में है, वहां अधिकतर लोगों में विटामिन डी की कमी होती है।

4.अंतःक्रिया-हमें विटामिन डी मिल तो बहुत कम मिलते हैं लेकिन हमारे अंदर खाने की चीजें बहुत कम होती हैं। जैसे कि सेलमैन, टूना, मार्केल, अंडे की जर्दी, मून, फोर्टी पाम फूड आदि में विटामिन डी होते हैं लेकिन ये सब्जियां हमारे भोजन का कम हिस्सा बनकर तैयार होती हैं।

विटामिन डी की कमी कैसे पूरी करें

हमें विटामिन डी की कमी हो या नहीं इसकी खुराक लेने के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए। हम इसे बारम्बार कर देते हैं. सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक बीच में हमें अधिकतम धूप मिल सकती है लेकिन अमूमन इस अवधि के दौरान हम काम पर रहते हैं। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में विटामिन डी मौजूद रहे तो इसी समय आपको कम से कम 10 से 30 मिनट तक धूप में अपना समय लगाना चाहिए। धूप में पूरे शरीर से कपड़ा ढका होगा तो इससे भी परेशानी होगी कोशिश इसलिए कि शरीर के कुछ अंग सीधे धूप के संपर्क में हों। घर को ऐसे बनाएं जहां हर दिन सूरज की रोशनी पहुंचे सके. अपने आसपास के क्षेत्र को हरा-भरा करें ताकि पॉल्यूशन का असर कम हो। भोजन में विटामिन डी वाले खाद्य पदार्थों को भी शामिल करें. इसके लिए सेलमैन टूना, सार्डिन, मार्केल आदि मछलियों का सेवन करें। अंडे की जर्दी से भी विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा यदि आप शाकाहारी हैं तो फोर्टी ऑरेगॉन दूध, ऑरेंज साबूत और फोर्टी ओरेमोनी साबुत अनाज का सेवन करें। वहीं मशरूम में भी विटामिन डी होता है। विटामिन डी के लिए नियमित रूप से चेकअप सीरम। अगर कम है तो विटामिन डी डेस्टिनेशन जरूर लें। लेकिन इसके लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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