सेहत – इस दौरान बच्चों में नमोनिया का खतरा बढ़ जाता है, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय, जानें विशेषज्ञ की सलाह
अंजू प्रजापति/रामपुर: फ़्राईम का सीज़न बच्चों के लिए कई विकार लेकर आता है। विशेष रूप से निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। निमोनिया के शुरुआती नुस्खे को पहचानना और समय पर इलाज करना बहुत जरूरी है। जैसे लगातार खांसी और तेज बुखार, सांस में सुस्ती या तेजी से सांस लेना, सीने में दर्द होना, कमजोरी या कमजोरी का नीला पड़ना, भूख कम लगना और सुस्ती महसूस होना। यदि इन नामांकन में से कोई दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आयुष चिकित्सा अधिकारी मोहम्मद अख्तर का कहना है कि इस मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अयोग्य बच्चों को दूर रखने और उनकी सेहत का ध्यान रखने के लिए ये आसान उपाय अपनाएं।
बच्चों को आकर्षक कपड़े, सिल्क पर सिर, कान और दोस्तों को मिलते-जुलते। घर में धूप मिलती है, क्योंकि धूप से मिलने वाला विटामिन डी इम्युनिटी को मजबूत करता है। अगर घर का माहौल बहुत अच्छा है, तो कमरे में बने रहने के लिए मैरिडिफायर का उपयोग करें।
खान-पान पर भी ध्यान देना जरूरी है। शहद और अदरक का मिश्रण गले की सूजन और खांसी में राहत देता है। तुलसी के पत्ते और हल्दी वाला दूध बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। इन प्राकृतिक संरचनाओं का समुद्र तट से सामान्य किलेबंदी से बचाव किया जा सकता है।
भाप लेने की प्रक्रिया श्वसन तंत्र को साफ करती है और बच्चों को इंजेक्शन-जुकाम से उबरने में मदद करती है। कोल्ड ड्रिंक या कोल्ड पेय से मान्यता प्राप्त संस्थाएँ। बच्चों को क्रमिक आहार मिलता है, जिसमें हरी फैक्ट्री, स्थापत्य फल और गर्म सूप शामिल हैं।
आयुष चिकित्सा अधिकारी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए घरेलू और प्राकृतिक उपचार सबसे बेहतर होते हैं। असली में इन बातों का ध्यान आप अपने बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं।
पहले प्रकाशित : 20 नवंबर, 2024, 08:41 IST
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