सेहत – किस प्रकार के उपकरण में वृद्धि से स्ट्रोक का खतरा होता है? डॉक्टर ने बताई खुलासा वाली बात, जानें बाकी तो फायदे में रहेंगे

गर्भावस्था से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है: सूची में महिलाओं का स्वास्थ्य बेहद सेंस असामान्य हो जाता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के शारीरिक और हार्मोन संबंधी बदलाव होते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर पर अतिरिक्त दबाव और तनाव का सामना करना पड़ता है, जिससे कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इनमें से एक गंभीर चिंता यह है कि स्ट्रोक में स्ट्रोक (स्ट्रोक) का खतरा बढ़ सकता है। आज डॉक्टर से मुलाकात की कोशिश की जाएगी कि किन-किन कारणों से क्रॉच में स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है और इस खतरनाक कंडीशन से कैसे बचा जा सकता है।

नई दिल्ली के फोर्टिस ला फेम हॉस्पिटल के ऑब्स्ट्रेटिक्स एंड सिंगिंगोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर डायरेक्टर डॉ. मीनाक्षी आहूजा ने News18 को बताया कि लेबल में महिलाओं को स्ट्रोक का खतरा अन्य महिलाओं की तुलना में 3 गुना बढ़ जाता है। जैसे-जैसे-जैसे अग्रणी अग्रिम होता है, वैसे-वैसे महिलाओं का रक्त गाढ़ा होता जाता है और इसी तरह हाइपरटेंशन और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता जाता है। भारत में गर्भवती महिलाओं को तीसरी तिमाही में जैक्सन का खतरा होता है, जिसके कारण इस तिमाही में भी स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है। महिलाओं को इस दौरान स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना चाहिए।

डॉक्टर ने बताया कि पहले से ही धूम्रपान, ओवरवेट और मीट फूड का सेवन करने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। अगर पहले से ही ब्लड ग्लूकोज, ब्लड शुगर और वजन को नियंत्रित करना है, तो गर्भावस्था में स्ट्रोक का खतरा कम होता है। समूह में सुपरमार्केट, राक्षसी खाना और खूब पानी पीने से यह खतरनाक कंडीशन का जोखिम कम हो सकता है। जिन महिलाओं को ब्लड क्लॉट का खतरा होता है, उन्हें ब्लड थिनर की खुराक नीचे दी जाती है, इसलिए स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। गर्भावस्था में शरीर में मोटापे का खतरा बढ़ जाता है, इसकी वजह से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

ऑर्केस्ट्रा में स्ट्रोक का खतरा कैसे कम करें?

डॉक्टर ने बताया कि स्ट्रोक का खतरा कम करने के लिए प्रीनेटल केयर यानी गर्भावस्था से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सूची से पहले अपना वजन नियंत्रण रखना, रक्त माप और रक्त माप की माप और धूम्रपान से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। समूह में स्मोकिंग मछली खतरनाक होती है, बहुत ही खतरनाक समूह से पहले होता है। एकजुटता के अंतर्गत ऑब्जेक्ट, ऑर्थोडॉक्स, जंक फूड्स से दूरी और अच्छी जीवन शैली बेहद जरूरी है। इसके अलावा समय-समय पर डॉक्टर से मिलकर हेल्थ चेकअप से स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा इसमें नहीं होनी चाहिए।

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