सेहत – ठंड में तेजी से कम होता है शरीर का मोटापा! शरीर में इस चीज की कमी नहीं होती
वास्तव में बार-बार लोग अल्स से रहते हैं। पूरे दिन रजाई में रहना पसंद करते हैं और बिस्तर पर ही कुछ ना कुछ खाते रहते हैं और वजन बढ़ जाता है तो ठंड के मौसम को खत्म कर देते हैं। वास्तविक सक्रिय ना होने से शरीर में पाउडर हल्दी होती है और शरीर में फैट की मात्रा बढ़ती है। इस वजह से लोग बहुत आसानी से कह देते हैं कि समुद्र में वजन बढ़ गया है। लेकिन विज्ञान कुछ और ही कहता है। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि रियल में हीट के टूल्स का वजन तेजी से कम हो सकता है। इस सीज़न में खुद की बॉडी केमिकल जलती है।
सागर में मेटाबोलिज्म अच्छा रहता है
शरीर के मेटाबॉलिज्म में गिरावट के कारण पदार्थ की मात्रा कम हो जाती है। असली शरीर को गर्म रखने के लिए गर्माहट का जन्म होता है जिससे आपका कैलोरी बर्न हो जाता है। इससे नैचुरल तरीके से वजन घटने लगता है। लेकिन जब पर्सनल कॉन्स्टेंट कुछ ना कुछ खाते रहते हैं तो बॉडी में एक्स्ट्रा कलाकारी जमा होने लगती हैं। गर्मी की तरह समुद्र में भी सही समय पर सही मात्रा में खाना चाहिए। बिंज इटिंग से बचना चाहिए.
अवश्य करें
शरीर में दो तरह का फ़ायदा होता है। वाइट फ़ाट और ब्राउन फ़ेट। वाइट फ़िट स्किन में होता है. इसमें एक्स्ट्रा एनर्जी स्टोर मौजूद है। यह शरीर के अंगों को सुरक्षा प्रदान करता है। ब्राउन फातिहा के पास होता है लेकिन वाइट फातिन में भी होता है। इससे जल्दी ब्रेकडाउन होता है और ब्लड शुगर ठीक हो जाता है। जब बाहर का तापमान ठंडा होता है तो ब्राउन फ़ाट सक्रिय हो जाता है। जब कोल्ड में वॉक या लॉक किया जाए तो ब्राउन के साथ ही वाइट फैट भी जल्दी बर्न होने लगता है और वजन तेजी से घटता है।
समुद्र में जमीन के नीचे उगने वाली सब्जी जैसे गाजर, चुकंदर, शकरकंद खानी (छवि-कैनवा)
पानी बनाये रखें
डायटिशियन अनिताम कौर का कहना है कि लोग बार-बार आंखों में पानी की कमी कर देते हैं जिससे बॉडी डायहाइड्रेशन का शिकार होना शुरू हो जाता है। जब शरीर में पानी की कमी हो तो पतला पतला और रफ होता है। इसलिए पानी अपने शरीर के वजन के हिसाब से जरूर पीएं। अगर किसी का वजन 60 किलो है तो दिन में 3 किलो पानी यानी हर 20 किलो पर 1 किलो पानी की मात्रा जरूरी है। यह बॉडी मार्केटिंग रहती है। स्याही किटी भी वेट लॉस होती है, पानी से कैलोरी बर्न में मदद मिलती है और विंटर में भी वेट लॉस होता है।
गर्म पानी ना पीएं
अक्सर लोग डेट में पानी गुनगुना या गर्म करके खाते हैं। वज़न घटाना है तो यह ग़लत ना करें। स्वास्थ्यरेखा के अनुसार इस मौसम में ठंडा या नॉर्म पानी ही पीएं। इससे शरीर को अपना न्यूनतम तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा काम करना पड़ता है और इससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है लेकिन अगर आप गर्म पानी पिएंगे तो शरीर को कम बर्न करेंगे। वहीं पानी डायजेशन को भी मापा जाता है और पेट ठीक रहता है तो इसका असर वजन पर भी पड़ता है।
मौसमी सक्रियता बढ़ी
असल में सक्रिय होना ज़रूरी है. इसके लिए आर्किटेक्चर से जुड़ी गतिविधि से जुड़ें। जैसे कि समुद्र तट पर अच्छा मौसम होता है तो साइक्लिंग, स्केटिंग या कोई खेल खेलना। अगर पहाड़ी जगह पर रहते हैं तो आइस स्केटिंग, स्कीइंग करें। अगर यथार्थवादी सक्रियता नहीं कर सकते तो घर पर ही योग, मस्जिद या बैडमिंटन खेल। रियल बॉडीज में एक्टिव रेजिया कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ सुराता ग्रीग्गी मसल्स टोनहोंगे।
आख़िर में चाय-कॉफ़ी की जगह सुपर या दूध की संरचना चाहिए (छवि-कैनवा)
स्ट्रेस को दूर रखें
इस मौसम में धूप नहीं दिखी. चारों ओर धूप ना होना अजीब सा मौसम लगता है। जल्दी अँधेरा भी हो जाता है. इस वजह से इस सीजन में कई लोग मौसमी प्रभावकारी विकार (एसएडी) का शिकार हो जाते हैं। यह एक तरह का अवसाद होता है जिसमें बार-बार कुछ खाने का मन होता है, ऊर्जा स्तर कम हो जाता है और नींद लंबे समय तक घंटों की हो जाती है। इससे वजन तेजी से बढ़ता है। स्ट्रेस हमारे मेटाबॉलिज्म को कमजोर कर देता है और हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखता है, स्ट्रेस को स्ट्रेस से दूर रखता है। रोज़ मेडिटेशन करें, गाने फ़िल्में, डांस करें और लोगों से ज़्यादा से ज़्यादा मिलें।
दो में मत करो दुकान
उत्तर स्वास्थ्य के अनुसार सुपरमार्केट में गोलमाल करने के बहुत फायदे होते हैं। ठंड में ठंडा मौसम होता है जिससे दिल पर कोई फर्क नहीं पड़ता और उसे ना ज्यादा काम करना पड़ता है। इस सीजन में कम पालतू जानवर और ज्यादा एनर्जी की जरूरत नहीं है। इससे अधिक कैलोरी के बजाय कम ज़ूम करना भी आसानी से बंद हो जाता है। इसके अलावा बाहर घूमना या सैर करना सेटल स्वास्थ्य अच्छा रहता है और अवसाद नहीं होता। विंटर में शॉट के दौरान सिर, हाथ और पैरों को ढककर रखना चाहिए। वैसे तो टारगेट की सुबह होती है लेकिन कई रिसर्च में सामने आया है कि दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक पिक्चर करने से तेजी से वेट लॉस होता है क्योंकि इस दौरान सबसे ज्यादा फैट बर्न होता है।
पहले प्रकाशित : 26 नवंबर, 2024, 13:32 IST
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