सेहत – डेंगू-और-चिकनगुनिया-का कहर-जयपुर-लोग-अस्पतालों-में-रोज-आ रहे-700-से-अधिक-मामले- News18 हिंदी

जयपुर. बारिश का मौसम ख़त्म होने के बाद भी मौसमी बीमारियों का पीछा नहीं छोड़ा जा रहा है। मच्छरों के उपयुक्त मौसम में रहने के कारण चिकन वगुनिया केसों में कोई कमी नहीं हो रही है। इसकी वजह से जयपुर के निजी और सरकारी उपभोक्ताओं में हर दिन 700 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। वायरस और चिकनगुनिया के बीच निमोनिया ने भी लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि हर दिन शहर के निजी और सरकारी विभागों में 70 से अधिक निमोनिया के रोगी भर्ती हो रहे हैं। इनमें छोटे बच्चों की संख्या अधिक है।

Table of Contents

मच्छरों के लिए उपयुक्त मौसम
चिकित्सा अधिकारी अश्विनी स्वामी ने बताया कि अभी ठंड का मौसम शुरू होते ही मच्छरों का जीवन चक्र सीमित हो जाता है। स्प्रेडशीट वाले एडीज मच्छर 25 से 35 डिग्री तापमान पर सक्रिय हैं। इसलिए नवंबर का तापमान 30 से 35 डिग्री तक पहुंच गया है। जनसंख्या वाले क्षेत्र में मच्छरों की कीमत से ढांचा बढ़ा हुआ है।

25 प्रोजेक्ट में 700 से ज्यादा केस आ रहे
डॉक्टरों के अनुसार केश वृद्धि का कारण तापमान में कमी नहीं होना और वैरायटी पानी में लगातार नया मच्छर होना है। एसएमएस और जेके लोन हॉस्पिटल के स्पाइटर में लेवल-चिकनगुनिया के रोज 300 से ज्यादा केस आ रहे हैं। इनमें से कुछ रेजीमेंट स्केच हेमोरेजिक फीवर और स्केच सिंड्रोम के भी शामिल हैं। जयपुर के ही 25 प्रोजेक्ट में रोजाना करीब 700 से ज्यादा केस आ रहे हैं और 150 से ज्यादा मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।

परिभाषा से बचाव के उपाय
चिकित्सा अधिकारी अश्विनी स्वामी ने बताया कि पूर्ण आयु वर्ग की शर्ट-मिठाई के लिए डिजाइन से डिजाइन, अधिक से अधिक शरीर को ढककर रखें, मॉस्को किलर का उपयोग करें, लोशन रखें, मच्छरदानियों पर पेशेवरों का उपयोग करें। इसके अलावा अपने आस-पास के क्षेत्र में पानी एकत्रित नहीं हो पा रहा है। वीडियो जाम पानी में ही सबसे बड़े मूर्तिकार के मच्छर मठाते हैं।


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News