सेहत – मोटापा हो या गैस, मोटापा, शरीर की गंदगी को चिन्हित कर बाहर फेंक देगा ये मसाला, कीमत 5 हजार

पश्चिमी चंपारण. आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियाँ और औषधियाँ हैं, जिनका सेवन मनुष्य को किसी भी मौसम में स्वस्थ रखने की क्षमता रखता है। समस्या अनिद्रा न आने की हो या फिर छाती में कफ जमा होने की। धरती पर अनेक ऐसी प्राकृतिक रचनाएँ विद्यमान हैं, जो बड़ी से बड़ी चुनौती को जड़ से ख़त्म करने के गुण से भरी होती हैं। विश्राम बेशकीमती होम स्टूडियो में से एक है पिप्पली। पिप्पली को आम तौर पर लौंग पीपर के नाम से जाना जाता है। भारत सहित विश्व के कई देशों में इसका उपयोग अन्य के रूप में बहुतायत में किया जाता है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि ये एक ऐसा मसाला है, जिसमें प्रोटीन, एंटी-इंफ्लेमेटरी, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, अमीनो और एसिडिटी तक मौजूद होते हैं।

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पिछले 45 वर्षों से रेलवे, प्लास्टिक आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पैंडेल ने गर्म मसालों में पिपली का इस्तेमाल करते हुए सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाया है, लेकिन इसके कई औषधीय फायदे भी हैं। कब्ज, अपच, खांसी, खांसी, जुखाम, नींद न आना की समस्या, गैस, मोटापा और मुंह से जुड़ी कई चीजों में इसका सेवन बेहद ही सामान्य माना जाता है। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, यदि शरीर में कुछ विषैला पदार्थ पहुंच गया है जो लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है, तो पिप्पली का सेवन वह पदार्थ विषैला (उदासीन) कर देता है।

ठंड, खांसी, कफ और खुजली में असरदार
समसामयिक में जो लोग मोटे और कफ से परेशान रहते हैं, पिपली के सेवन से आप अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको पिप्पली, काली मिर्च और सोंठ को एक मात्रा में लेकर शहद के साथ खाना शुरू करना चाहिए। वहीं, अगर आपको भी जीरा, थोड़ा-सा सेंधा नमक और पिपली के पाउडर की समान मात्रा में पूरे छाछ के साथ मिला है, तो इससे बालों की समस्या भी दूर हो जाती है।

नींद ना आने की समस्या में असरदार
आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि नींद न आने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है। रात को सोने से पहले चुटकी भर पीपली के पाउडर को शहद के साथ खा लें। इससे आपको अनिद्रा की समस्या का पता चल जाएगा।

रोग उपकरण क्षमता
पिप्पली के अंदर की क्षमता को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं, जिसका कारण यह है कि आप में टीबी या अन्य टेपेडिक और अन्य संक्रामक रोगों से लड़ने की क्षमता का विकास होगा। इसके सेवन से न केवल पाचन शक्ति में सुधार होता है, बल्कि भूख को भी बेहतर बनाने में मदद मिलती है। ऐसे में जिन लोगों को भूख कम लगती है वे इसके सेवन से अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं।

डॉक्टर की सलाह से ही करें सेवन
ध्यान देने वाली बात यह है कि इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका अत्यधिक सेवन अत्यधिक नुकसानदायक भी हो सकता है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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