सेहत – यह पेड़ बहुत पवित्र है, इसकी उम्र हजारों साल है, गैस और कब्ज बाहर से मिलती है, फेफड़ों की बीमारी में बुरा लगता है

जयपुर. हिन्दू धर्म में वृक्ष-पौधों को भी ईश्वर का दर्जा दिया गया है। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार पीपल के पेड़ को सबसे पवित्र और पूजनीय माना जाता है। यह एक अनोखा तने वाला पेड़ है। आयु आयु 1000 वर्ष के बराबर हो सकती है। इसके पान का आकार हरे रंग की तरह होता है और छात्र मोटे भूरे रंग की तरह होता है।

इस पर छोटे लाल भूरे रंग के फल आते हैं। पीपल औषधीय गुणकारी पेड़ है। हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ को जंगल के रूप में प्रयोग नहीं किया जाता है। पीपल को काटन और केले के रूप में जलाना अशुभ माना गया है। पीपल को यज्ञ गृह के लिए प्रयोग किया जाता है। पीपल के पेड़ को 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाला पेड़ रखा गया है। पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है।

पीपल का धार्मिक महत्व
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढन ने बताया कि हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को सबसे पवित्र पेड़ का दर्जा प्राप्त है। इस पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सोमवती औषधि के दिन पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी जी का वास होता है। हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को पवित्र स्थान कहा जाता है इस पेड़ की सेवा पापों से मुक्ति के लिए की जाती है। पीपल के पेड़ में पितरों और तीर्थों का भी वर्णन बताया गया है। धर्म विशेषज्ञ के अनुसार शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने और जल चढ़ाने से शनि महाराज की विशेष कृपा होती है।

पीपल के औषधीय गुण
डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि पीपल के पेड़ की संरचना जड़ और फल में औषधीय गुणों से भरपूर होती है। पीपल में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसके चेलों से बने केकेल्स का सेवन करने से मजबूत ब्रेक हैं। इसके अलावा पीपल के पेड़ का रस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, इसके रस से गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है। इसके विद्यार्थियों को पीसकर फूट क्रीम की तरह फटी एडियों पर लगाने से फटी ए आंखें ठीक हो जाती हैं।

आराम से आराम करो
पीपल के विद्यार्थियों को पानी में पीसकर फोड़े लगाने से तुरंत आराम मिलता है। छात्र से फुन्सी खाना जल्दी ठीक हो जाता है। पीपल में दांतों को मजबूत बनाने के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं दांतों में दर्द तुरंत आरामदायक होता है। रामबाण उपचार के लिए रामबाण उपचार के लिए रामबाण के अलावा रामबाण में मौजूद औषधीय तत्व के रूप में भी जाना जाता है। पीपल के पत्तों को छाव में सुखाकर मिश्री के साथ काढ़ा पीने से सर्दी में तुरंत आराम मिलता है। इससे सर्दी जल्दी ठीक हो जाती है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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