सेहत – शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स का होना कितना आवश्यक है? इसकी शुरुआत भी खतरे का संकेत, डॉक्टर से जान सहयोगियों से करें

उच्च रक्त ट्राइग्लिसराइड्स स्तर: ट्राइग्लिसराइड्स एक प्रकार का घातक है, जो हमारे शरीर में एनर्जी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब हम खाना खाते हैं, तो हमारे शरीर में जो अतिरिक्त कैलोरी होती है, उसे ट्राइग्लिसराइड्स के रूप में संग्रहित किया जाता है। यह हमारे खून में पाया जाता है और जब शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तब इसे उपयोग में लाया जाता है। हालाँकि अगर ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में ट्राइग्लिसराइड्स का सही लेवल बनाए रखना बेहद जरूरी है।

Table of Contents

नई दिल्ली सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की ओर से डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया ट्राइग्लिसराइड्स हमारे शरीर में पाया जाने वाला एक फ़ायदा होता है। रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर 150 mg/dL या इससे कम होना चाहिए। इस स्तर को मानक रेंज कहा जाता है। अगर ट्राइग्लिसराइड्स लेवल 150 से 199 मिलीग्राम/डीएल के बीच हो जाए, तो इसे बॉर्डरलाइन माना जाता है। 200 से 499 mg/dL के बीच ट्राइग्लिसराइड खतरे का संकेत होता है। अगर इसका स्तर 500 mg/dL से ऊपर चला जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि यह स्तर हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इसे जल्द से जल्द नियंत्रित न किया जाए, तो यह लाभकारी साबित हो सकता है।

किनकी बन सकती है वजह?

डॉक्टर रावत ने बताया कि अगर ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ा है, तो यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हाई ट्राइग्लिसराइड्स से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और पैंक्रियाटाइटिस अर्थात पैंक्रियाज की सूजन जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। हाई ट्राइग्लिसराइड्स में अक्सर हाई ब्लड शॉक, वर्क्स और जीपी से भी गिरावट होती है। ऐसे में अगर आपका ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल सामान्य से अधिक है, तो इसे अंतिम रूप दें और तुरंत डॉक्टर से मिलकर अपनी जांच करें। ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल ब्लड टेस्ट के माध्यम से पता लगाया जाता है।

ट्राइग्लिसराइड्स को किससे नियंत्रित किया जा सकता है?

हेल्थ इन्वेस्टर्स की सलाह तो ट्राइग्लिसराइड्स को कंट्रोल करने के लिए हेल्थकेयर लाइफस्टाइल अपनाना बेहद जरूरी है। वस्तु, वस्तु और वजन को नियंत्रित करने से यह मात्रा कम हो सकती है। ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ जाएं, तो फास्ट फूड, मिठाई और अधिक फैट वाले खाने को पूरी तरह से अवॉइड करें। इसके बजाय ताज़ा फल-सब्जियों का सेवन करें। यदि आप धूम्रपान करते हैं या शराब पीते हैं, तो इससे भी आपकी ट्राइग्लिसराइड्स में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में इन दोनों को नीदरलैंड से दूर रहने में ही जगह मिलती है। कुछ उपाय भी इसे कंट्रोल करने में मदद करते हैं। डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह समय पर लेनी चाहिए।

यह भी पढ़ें- हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है मैग्नीशियम? किन खाद्य पदार्थों में इसकी प्रचुर मात्रा, जानिए काम की बात


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News