सेहत – सब्जियों से विटामिन की ना करें गलती, दवा से कम नहीं हैं ये पत्ते, मसाले का काल, मूत्र और लीवर रोग रामबाण में
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जयपुर. अमेरीका के मौसम में ही ग्रीन कार्ड की महत्वपूर्ण वृद्धि होती है। हरे तत्व में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए डॉक्टर भी ग्रीन रोल को खाने की सलाह देते हैं। हरी सब्जी में मूली की एक ऐसी सब्जी होती है जो ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है बल्कि इसकी सब्जी में भी कई अद्भुत गुण पाए जाते हैं. मूली के रोगियों के लिए किसी दवा से कम नहीं है।
मूली के दुकानदारों का उपयोग तीन तरीकों से किया जाता है। मूली के विक्रेताओं की सब्जी की खपत हो सकती है। इसके अलावा इसके एक बड़े आकार का भी पिया जाता है। मूली के दुकानदारों का पराठा बहुत ही स्वादिष्ट और स्वादिष्ट होता है. मूली के विक्रेताओं की हिस्सेदारी बेची जा सकती है। आप दैनिक दिनचर्या में शामिल कर इसका लाभ उठा सकते हैं।
ऐसी बनती है मूली के दुकानदारों की स्वादिष्ट सब्जी
मूली के सब्जी की सब्जी बनाना बहुत आसान और स्वादिष्ट है. यह पोषक तत्वों से भरपूर है और इसे रोटी या पराठे के साथ खाया जा सकता है। इसे बनाने के लिए मूली के पत्ते 2-3 गाजर कटे हुए, मूली 1-2 कद्दू की हुई, तेल 2-3 बड़े मसाले, प्याज 1 स्वादिष्ट कटा हुआ, लहसुन 4-5 कलियां, हरी मिर्च 2-3 मसाले कटी हुई, हल्दी पाउडर 1/2 मसाला, लाल मिर्च पाउडर 1/2 नमक, धनिया पाउडर 1 नमक, नमक का स्वाद, जीरा 1/2 नमक की आवश्यकता होती है।
स्वादिष्ट सब्जी बनाने की विधि
मूली के विक्रेताओं को अच्छी तरह धोकर हीरा कट लें। इसके बाद कद्दू की हुई मूली को चित्र चित्र लें ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाए। एक पकौड़ी में तेल गर्म करें. इसमें जीरा डालें और जब जीरा चटकने लगें, तो लहसुन और हरी मिर्च डालें। इसे प्रदर्शित किया जाता है सोनारानंद तक। कटा हुआ प्याज और इसे सोनार होने तक पोर्टफोलियो। फिर हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और धनिया पाउडर डालें। अब कद्दू की हुई मूली और मूली के पत्ते डालें और इसे अच्छी तरह से मजबूत और 7-10 मिनट तक के टुकड़ों पर बनाएं। इसके बाद स्वाद नमक और अगर सब्जी में थोड़ा सा पानी मिला दिया जाए तो उसे बचाया जा सकता है। जब मूली के पत्ते अच्छी तरह से गल जाएं और सब्जी की सब्जी हो जाए, तो गैस बंद कर दें।
मूली के पत्ते के आयुर्वेदिक फायदे
आयुर्वेदिक डॉक्टर पिंटू भारती ने बताया कि मूली के पत्ते आयुर्वेद में अत्यधिक गुणकारी माने गए हैं। ये कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में सहायक होते हैं।
- पाचन तंत्र को सुधारना: मूली के विक्रेताओं की मदद में चारे की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, ये कब्ज, अपच और गैस समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। मूली के पत्ते खाने से भूख प्यास है और पेट साफ रहता है।
- लिवर को स्वस्थ रखें: मूली के पत्ते लिवर डिटॉक्स में सहायक होते हैं। ये पीलिया (जॉन्डिस) और लिवर से जुड़ी अन्य समस्याएं ठीक करने में कामयाब हैं।
- मधुमेह (मधुमेह) में: मूली के अर्क का सेवन रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह रिवाइवल सेंसिटिविटी को बढ़ाने में सहायक है।
- त्वचा की देखभाल: मूली के डॉक्टरों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनकी त्वचा चमकदार और स्वस्थ दिखती है, यह मुंहासों वाली त्वचा और संक्रमण को कम करने में मदद करती है।
- कैटरीना से जुड़ी समस्याओं में राहत: मूली के पत्ते में मूत्रवर्धक (डाययूरेटिक) होते हैं, जो मूत्रवर्धक और जलन को ठीक करने में सहायक होते हैं। मूली के स्टोर का रस किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- उपकरण क्षमता क्षमता: इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, ये संक्रमणों से बचाव में मदद करते हैं।
पहले प्रकाशित : 20 नवंबर, 2024, 16:41 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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