सेहत – सुबह-सुबह ही कर लें ये 1 काम, लेगा सुदौल-गथिला बॉडी, नहीं चाहिए जिम जाने की जरूरत

सुडौल और मांसल शरीर कैसे पाएं: पैसा, पैसा, गाड़ी, बंगला… लोग जीवन में भले ही कई सुख-सुविधाएं के पीछे भागते हैं। लेकिन सच तो यह है कि ‘पहला सुख न दुखोगी काया…’ यानी मताधिकार शरीर के बारे में आपके पास कोई भी सुख या सुविधा हो, सब उपलब्ध है। हालाँकि अपनी कंपनी की लाइफ़ माइकल ऑयल में अरोलर हम हेलथ को ही मंज़ूरी देते हैं। सुडोल और गथिला शरीर की चाहत तो रिवाज़ है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसे पाने के लिए आपको काफी करीब से काम ही करना पड़ता है। लेकिन अगर आप हवाई यात्रा करते हैं तो सुबह-सुबह बस एक आदत अपनाकर आप खुद को एक हेलदी और बेहतर जीवन शैली दे सकते हैं। ये आदत है द क्वीन की शुरुआत वॉकिंग से करने की. वॉकिंग सुनने में एक आसान सी एक स्टाकलराइज दिखता है, लेकिन असल में इसके शरीर के कई फायदे हैं। आइए आपको बताते हैं कि दोस्तों की शुरुआत वॉकिंग से करने के लिए आपको प्रतिबद्धता-क्य्या के फायदे मिलेंगे।

दिन की शुरुआत से करने से आपका मूड और ऊर्जा दोनों शानदार हो जाते हैं। वैसे तो फिटनेस की दुनिया में ढेरों लोकेशन मौजूद हैं, लेकिन वॉकिंग उनमें से सबसे आसान और प्रभावशाली इनकाउंटर में से एक है। सबसे अच्छी बात ये है कि वॉकिंग के लिए आपको न तो किसी इक्विपमेंट की जरूरत है और न ही आपके लिए एक प्लान है कि आप इसे ले लीजिए। धीरे-धीरे चलने से शरीर सक्रिय होता है, रक्त प्रवाह बढ़ता है और एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो आपके मूड को मजबूत करता है।

जाने क्यों सुबह की सैर सबसे बेहतरीन वॉक है

1. बॉडी फिट और सामान रखने का आसान तरीका – वॉकिंग एक लो-इनपैक्ट एक्टिविटी है जो फिटनेस के हर स्तर के लिए सही है। ये हार्ट को पुख्ता करता है, मसल्स को मजबूत बनाता है और टुकड़ों को रखता है। ये ओवरऑल स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बिना मुख्य लक्षणों के। सुबह की लंबी सैर से हार्ट डिजीज, हाई बीपी और टाइप-2 सर्दी का खतरा भी होता है। साल 2023 की एक माँ का कहना है कि फास्ट वॉकिंग से सिगरेट का जोखिम 15% तक कम हो जाता है।

2. स्ट्रेस को कहा बाय-बाय – एक छात्र अध्ययन के हिसाब से एक घंटे की वॉक स्ट्रेस लेवल को कम करता है। सुबह-सुबह की सैर से माइंड फ्री होता है और एंडॉर्फिन रिलीज होता है, जो मूड बूस्टर्स की मांग करता है। नेचर में या शांति वाली जगह पर इस एक्सपीरियंस को और रिलैक्सिंग बनाने की सुविधा मिलती है, जो आपको परीक्षण और फोकस्डिस्ट देता है।

3. वजन कम करने में हेल्पफुल – वॉकिंग कैलोरी बर्न करने का एक अच्छा तरीका है। ये आपके मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है। वॉकिंग के बाद भी बॉडी केट्री बर्न रहती है, जिसे ‘आफ्टरबर्न इफेक्ट’ कहा जाता है। धीरे-धीरे ये रूटीन आपके वेट लॉस गोल्स को अचीव करने में हेल्पफुल हो सकता है।

30 दिन का वॉकिंग प्लान आपकी सेहत में सुधार ला सकता है।

4. रूटीन में फिट करना आसान – वॉकिंग का सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट यह है कि इसे कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है। ना किसी में जिम्बरशिप की जरूरत, ना किसी मेगा इक्विपमेंट की। इसे बड़ी आसानी से आप अपनी दैनिक बैठक में शामिल कर सकते हैं।

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5. स्लीपअप पैटर्न सबसे बेहतर होता है – सुबह की सैर से आपका स्लीप स्लीपर और ओवरऑल बॉडी रिदम सुजाता है। सुबह-सुबह रोशनी मिलने से शरीर का न्यूट्रीशियन क्लॉक सेट हो जाता है, जिससे रात में अच्छी नींद आती है। सुबह की सैर से नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है, जिससे आप अगले दिन अधिक ऊर्जावान और ताज़ा महसूस करते हैं।

यानि कि आप जिस मोर्निंग वॉक पर कम आ रहे थे, असल में लंबे समय में आप सुडोल और गैटिला बॉडी का जरिया बन सकते हैं। शरीर के साथ-साथ सुबह की सैर आपके मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करती है।


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