सेहत – सेहत का खजाना है ये सफेद चीज, पेट से लेकर दिल तक का वजन, वजन में भी कागर

पोस्ट. मखाना कमल के बीज को कहा जाता है। ये एक मशीनरी और मशीनरी है। इसमें कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को अलग-अलग प्रकार के फायदे प्रदान करते हैं। मखाना में कैलोरी की मात्रा कम होती है और चॉकलेट से भरपूर होती है। इसे खाने से भूख कम लगती है और पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे आपको ओवरइटिंग से बचने और वजन कम करने में मदद मिलती है। मखाने खाने से हमारी हार्डिया मजबूत रहती है। इसके साथ ही यह दिल के लिए जादुई रहता है। मखाना में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही मेरे खाने में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को कम करके आयोडीन युक्त स्ट्रेस से बचाते हैं।

Table of Contents

पाचन तंत्र के लिए बढ़िया

आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की कार्यशाला डॉ. विनय खुल्लर ने बताया कि मखाने में प्रचुर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो पाचन से संबंधित कार्यों को कम करता है। मखाने के सेवन से पेट साफ होने में मदद मिलती है और कब्ज की समस्या भी नहीं होती है।

दिल के लिए बढ़िया

डॉ. विनय खुल्लर ने बताया कि मखाने में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो दिल के लिए जादुई माने जाते हैं। हृदय संबंधी एसोसिएट्स में अगर आप मखाने को अपने ब्रेकफाडा प्रोटोटाइप में शामिल करते हैं तो यह लाभ होता है। यह हृदय को तंत्र-मंत्रित करता है। इसके नियमित सेवन से बीपी भी नियंत्रित होता है।
वजन कम करने में मदद करता है मखाना

मखाने के नियमित सेवन से वजन कम होता है। अगर आप भी वेट लूज़ करना चाहते हैं तो खाली पेट मखाने का सेवन करें। मखाने में मौजूद तत्त्व वेट लॉस में रेस्तरां होते हैं। सुबह खाली पेट खाना खाने से पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे खाली पेट कम लगता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी दूर होती है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News