सेहत – हो या भाई दूज, न्युट्रिशनी स्टार ने दिए ऐसे धांसू सुझाव, भर-भर के खाएंगे मिठाई, नहीं होगा नुकसान

फेस्टिव सीजन में ही खुशियों का फल और मिठाइयों की महक आती है, लेकिन फेस्टिव के इस उल्लास के बीच सेहत का खास ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो सिरदर्द या शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में बहुत सारे लोग डर-डर कर मिठाइयाँ शेयर करते हैं या मन मसोसकर रह जाते हैं। लेकिन आपको चिंता होने की जरूरत नहीं है. इस कार्टूनौहार सीज़न को लेकर न्युट्रिशनी डार्ट्स ने ऐसे सुझाव दिए हैं, जिनहे अपनाकर आप हो भाई या दूज, प्यारेमोहार पर ज़ार के शौकीन खा सकते हैं।

Table of Contents

आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ खास सुझाव..

ये भी पढ़ें

20 साल से पटानी के लिए करवाचौथ व्रत रख रहे ये भाजपाई समुदाय, अब संसदीय क्षेत्र में स्थापना स्थान

. चार युक्त भोजन से करें शुरुआत
कीक, फल, या ओट्स जैसी विभिन्न प्रकार की सब्जियों का सेवन करें। ‘फाइबर युक्त आहार शर्करा के अवशोषण को धीमा किया जा सकता है, रक्त शर्करा का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता है। मीठे में बादाम, अखरोट, खजूर जैसी पत्तियाँ मिलाकर इनका स्वाद तो बेहतर होता ही है, साथ ही ये ब्लड शुगर के लिए भी बढ़िया हो सकते हैं। ये चूहे मेवे और फल स्ट्रेंथ और नाममात्र के व्यक्तित्व से भरपूर होते हैं, जो शुगर के मोटापे को धीमा कर सकते हैं और मिठाई को थोड़ा अधिक स्वस्थ्य बना सकते हैं।

. सही मात्रा में आदर्श
त्योहारों के दौरान मिठाई की चटनी और स्वाद को सीमित करना मुश्किल होता है, लेकिन यह सीमित मात्रा में ही बना रहता है। यशोदा सुपर एंटरप्राइजेज हॉस्पिटल कौशांबी के एंडोक्राइनोलोजी के प्रमुख डॉक्टर राहुल चौधरी कहते हैं, ‘कम मात्रा में मीठा खाना और एक बार में ज्यादा मात्रा में ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखा जा सकता है।’ इससे आप लाभ का आनंद भी ले सकते हैं और अपनी सेहत का भी ध्यान रख सकते हैं।

. लम्बी फुल्की दुकान बनायें
डॉ. राहुल गांधी के अनुसार, मिठाई के बाद धीमी गति से वॉक या फ्लेक एक्सरसाइज करना बहुत ही आकर्षक हो सकता है। 10-15 मिनट की वॉक बॉडी में शुगर को बर्न करने में मदद मिलती है। डॉक्टर डॉक्टर कहते हैं, ‘हल्की चीजें न केवल अतिरिक्त कैलोरी को जलाती हैं, बल्कि यह शरीर को तरोताजा भी करती हैं।’

. पैन का सेवन करें
आर्डिलिया की धार्मिक रुचि सहायता के पैन के अनुसार, अपनी चाय या दही में पुराने जमाने में। यह एक प्राकृतिक उपाय है जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। दालचीनी का सेवन करने से शुगर का असर कम हो सकता है।

. विद्वान बने रहें और पर्याप्त पानी खरीदें
रुची सहायता में कहा गया है कि पहले और बाद में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है और शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। ‘दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर को तरोताजा बनाए रखा जा सकता है।’

. मीट्स और प्रोटीन युक्त आहार लें
ज्वार और बाजरा जैसे बाजरा का उपयोग किया जाता है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और पाचन तंत्र के लिए हानिकारक होते हैं। इसके अलावा, अपने भोजन में दाल, बारीक अनाज, और नट्स यीशू प्रोटीन युक्त नीबू को शामिल करें, जो आपको ऊर्जा के साथ-साथ भोजन को नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं।

. खाली पेट मिठाई का सेवन न करें
आर्टेमिस हॉस्पिटल के सीनियर कंसल अपार्टमेंट्स डॉ. पीवेंकट कृष्णन के अनुसार मधुमेह के लिए खाली पेट मिठाई का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। ऐसे में नाइक को हमेशा के लिए नामांकित या दो के भोजन के बाद ही खानी चाहिए। इससे शुगर के स्तर को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

ये भी पढ़ें

97 साल की उम्र में महिला के बदले दर्द, डॉक्टर हैं या…वृंदावन रीच अब दोस्त बोली..


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News