सेहत – 100 रुपये का बर्गर, दे सकता है आपको 1 लाख का मेड बिल! डॉक्टर से जानें ये बेहद खतरनाक है ये चीजें

नियमित रूप से बर्गर खाने के नकारात्मक प्रभाव: आज के समय में फ़ा स्मार्टफ़ोन जॉइंट्स इतनी आसानी से मेरे लिए उपलब्ध हो गए हैं कि किसी भी पार्टी या आउटिंग के लिए आप फटाफट से बर्गर-पार्टी का प्लान बना सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये 100 से 150 रुपये में 1 से 1.5 लाख रुपये का मेडिकल बिल भरने वाला बर्गर हो सकता है? बाज़ार में सामान की पहली पसंद बन गई है। इतना ही नहीं, बाहर का काम करने वाले लोग हर दूसरे दीन बर्गर खा लेते हैं। ये हमारे शरीर पर किस तरह का असर करता है, वो बेहद खतरनाक है। जंक फूड की वजह से बच्चों में महंगाई की समस्या लगातार बढ़ रही है। जानिये अखंडिशियन वाल्वेतापांचाल से कि बर्गर फाइनलियों आपके लिए सबसे सस्ते फर्नीचर में से एक है।

कहीं सस्ता न पड़ जाए महंगा
इन्टरनेटिशियन वाल्टेटा में शामिल हैं, जो फेसबुक पर ये बर्गर बेच रहे हैं, आपके हेल्थ से कोई लेना देना नहीं है। एस फाईल एक टेरिटोमिक प्रोड्क्रोट आपको भाई है, जिसका कोई भी मूल्य कम हो यानी वो सस्ता होना चाहिए। ये है भोजन की सबसे बड़ी ताकत. इसकी कॉस्ट कंट्रोल करने के लिए सबसे सस्ते प्रॉडक्ट प्रोजेक्ट में डाले जाते हैं। आपकी सेहत के लिए तीन चीजें सबसे खतरनाक होती हैं, बहुत सारी चीनी, बहुत सारी चीनी, बहुत सारी चीनी और बहुत सारा बाकी हिस्सा। आपके बर्गर में ये तीन ही चीजें बहुत मिलती हैं।

वाल्टेता ने अपने वीडियो में कहा, ‘बर्गर में अगर एक आधा पियाज की मिठाई या लेटस के स्टिक को छोड़ दिया जाए तो भी ऐसी चीज नहीं होती जो खेत से आती हो। ये सारा ही अकॉमोडेटेड फूड है. बर्गर में सबसे चटपटी होती है इसकी पेटीज। लेकिन इसके पैटीज़ को किस तेल में गर्म किया गया है, वह कितनी बार गर्म किया जाता है, वो कोई नहीं जानता। जब भी तेल को बार-बार गर्म किया जाता है, तो बहुत ही ज्यादा दाम के तेल के तेल बन जाते हैं।

ये मुसीबत अकेले नहीं आती
जब भी आप या आपके प्रतिष्ठान वाले बर्गर खरीदते हैं, तो कभी भी अकेले बर्गर नहीं खरीदते। एक अप्लाईकर्ता इसके साथ फ्रीज़, या सोडा पीया जाता है। ये है इस खाने को आपकी लाइन और भी खतरनाक बना देता है. यानी जहां आप अकेले बर्गर के ट्रांसफैट और शुगर खा रहे थे, अब आपके शरीर में भी एनर्जी के ट्रांसफैट और शुगर जा रहे हैं। अगर आप ये चीजें लगातार खा रहे हैं, तो आप सोचिए कि आने वाले पूर्वजों में आप अपनी सेहत के साथ बने रहेंगे। जंक फूड में टोकरा, विटामिन या प्रोटीन जैसे तत्व नहीं होते हैं। व्यवसायिक विशेषज्ञ से बनी रहती है। बच्चों के मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी तत्वों की कमी जब पूरी नहीं होती तो उनमें कई तरह की विकृतियां पैदा हो जाती हैं। वहीं ड्रिंक्स में अतिरिक्त शुगर की मात्रा काफी खतरनाक होती है।


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