दुद्धी तहसील दिवस में आए 38 मामले चार मामलों का हुआ निस्तारण
दुद्धी, उत्तर प्रदेश: तहसील दिवस का आयोजन प्रत्येक शनिवार को किया जाता है, जहां जन समस्याओं का समाधान तत्परता से किया जाता है। इस शनिवार को स्थानीय तहसील सभागार में आयोजित समाधान दिवस में जनसाधारण से कुल 38 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। इन पत्रों में आम जनता के विभिन्न मुद्दों और समस्याओं का उल्लेख था। शासन एवं प्रशासन की इस पहल का उद्देश्य लोगों को उनके मुद्दों का त्वरित समाधान प्रदान करना है।
समाधान दिवस की अध्यक्षता एसडीएम निखिल यादव ने की, जिन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्ती से निर्देशित किया कि वे प्रार्थना पत्रों का त्वरित एवं गुणवत्तापरक निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं का निस्तारण गंभीरता से किया जाना चाहिए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि इस प्रक्रिया में कोई चूक होती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस दिन कुल 38 मामलों में से 4 मामलों का निस्तारण किया गया था। इनमें से तीन मामलों का निस्तारण मौके पर ही किया गया, जबकि एक मामले का समाधान कार्यवाही करने के लिए संबंधित टीम भेजी गई। इस प्रकार के समाधान दिवस न केवल लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही भी सुनिश्चित करते हैं।
समाधान दिवस के इस कार्यक्रम में पुलिस क्षेत्राधिकारी पिपरी अमित कुमार, प्रदीप सिंह चंदेल (दुद्धी सीओ), तहसीलदार ज्ञानेंद्र यादव, नायब तहसीलदार ज्ञानेंद्र और बीडीओ दुद्धी विशाल चौरसिया समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि सभी मामलों की गंभीरता से जांच की जाएगी और त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रशासन की यह पहल क्यों महत्वपूर्ण है?
तहसील समाधान दिवस प्रशासन और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु है। इससे जनता को अपने मुद्दों को सीधे अधिकारियों के समक्ष रखने का अवसर मिलता है। यह पहल लोगों को विश्वास दिलाती है कि प्रशासन उनकी सुन रहा है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर है। ऐसे आयोजनों से न केवल जन समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि यह प्रशासनिक दक्षता को भी बढ़ाता है।
अधिकारी इस बात का ख्याल रखते हैं कि किसी भी मामले में समय का अपव्यय न हो, और सभी प्रार्थना पत्रों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। यह प्रक्रिया न केवल लोगों के अधिकारों की सुरक्षा करती है, बल्कि यह प्रशासनिक प्रणाली के प्रति जनता के विश्वास को भी बढ़ाती है।
निष्कर्ष
तहसील समाधान दिवस एक ऐसी पहल है जो प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी और उत्तरदायी बनाती है। इसमें मिले जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण न केवल समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच एक सकारात्मक संवाद स्थापित करने में भी मदद करता है। इस प्रकार के आयोजनों से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन जनहित को प्राथमिकता देता है और अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के प्रति गंभीर है।
आगे भी ऐसी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि जनता के विश्वास को और भी मजबूत किया जा सके। हमें उम्मीद है कि प्रशासन इसी प्रकार की तत्परता के साथ आगे बढ़ता रहेगा और समस्याओं के समाधान में और निपुणता प्राप्त करेगा।