अररिया पशु वधशाला की दुर्गंध से 40 परिवारों ने छोड़ा घरः अररिया में पानी और हवा दूषित, शादी के रिश्ते नहीं आते; विधायक बोले-जांच टीम बेईमान

मिंटू राय संवाददाता अररिया

Bihar अररिया के फारबिसगंज प्रखंड के हलहलिया पंचायत के सुक्सेना में स्थित पशु वध शाला के कारण स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। दुर्गंध के कारण संत नगर के पूर्वी भाग के 40 से अधिक परिवार पहले ही घर छोड़कर जा चुके है। पश्चिमी भाग में रह रहे 40-50 परिवार भी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे है। वध शाला से निकलने वाले प्रदूषण ने भूजल को भी दूषित कर दिया है। चापाकल का पानी पीने लायक नहीं बचा है। गांव में शादी-विवाह के रिश्ते भी नहीं आते है। जब कोई मेहमान गांव आता है, तो दूषित हवा और पानी देखकर रिश्ता जोड़ने से मना कर देते है।

स्थानीय विधायक मंचन केसरी ने कई बार विधानसभा में इस मामले को उठाया है। उन्होंने जांच टीम पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे सही रिपोर्ट नहीं देते है। ईमानदारी से काम होता तो समस्या का समाधान पहले ही हो गया होता। स्थानीय निवासी बिजली शर्मा, संजय ऋषि देव ने बताया कि पशु वध शाला से आ रहे दुर्गंध के कारण वे लोग खाना तक नहीं खा पाते है।

घर आंगन में इतनी मक्खी लगती है कि बैठना भी मुश्किल हो जाता है। जबकि स्थानीय अनिल मेहता, गुलमा देवी ने बताया कि पशु वध शाला से निकलने वाली दुर्गंध अब बर्दाश्त से बाहर है। पानी भी दूषित हो चुका है। पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे है। बेटी की शादी करनी है अब तो यह भी चिंता हो रही है कि बेटी की बारात आएगी भी या नहीं।

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