नियामताबाद के कठौड़ी गांव में फर्जी नौकरी और पेंशन घोटाले का मामला आया सामने…बेटे पर फर्जी तरीके से नौकरी और मां पर पेंशन लेने का आरोप
जिला चंदौली ब्यूरो चीफ अशोक कुमार जायसवाल
नियामताबाद: अलीनगर थाना क्षेत्र स्थित कठौड़ी गांव में एक अनोखी लेकिन गंभीर न्यायिक प्रक्रिया की शुरुआत हुई है। यहां के निवासी अखिलेश राव ने न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दे कर आरोप लगाया है कि उसके पड़ोसी सूरज लाल और उसकी मां उर्मिला देवी ने फर्जी तरीके से सरकारी नौकरी प्राप्त की है और वे इससे लाभ उठा रहे हैं। इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने सूरज लाल और उर्मिला देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मामला क्या है?
अखिलेश राव के अनुसार, सूरज लाल ने वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में माली के पद पर कार्यरत होने का दावा किया है, जबकि यह तथ्य इस प्रकार है कि वास्तव में वह फर्जी तरीके से कार्यरत है। इसके अतिरिक्त, उसकी मां उर्मिला देवी मृतक आश्रित के रूप में पेंशन ले रही हैं, जिसका भी अखिलेश ने विरोध किया है। उनके आरोप के अनुसार, यह सब कुछ एक योजना के तहत किया गया है, जिसमें सूरज ने अपने मरे हुए चाचा सत्येंद्र कुमार के नाम पर फर्जी मार्कशीट बनवाकर नौकरी प्राप्त की।
सत्येंद्र कुमार की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि सत्येंद्र कुमार, जो कि पहले वाराणसी के पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में सफाई कर्मचारी था, ने कुछ समय पहले काम छोड़ दिया था। इसके बाद, उसका भाई सत्येंद्र की जगह नौकरी करने लगा। लेकिन दुर्भाग्यवश, सत्येंद्र की जल्द ही मृत्यु हो गई, जिससे उसके परिवार की स्थिति और भी कठिन हो गई।
फर्जी मार्कशीट की कहानी
सूरज लाल पर आरोप है कि उसने फर्जी मार्कशीट बना ली है ताकि वह अपने चाचा के नाम पर नौकरी कर सके। इसके साथ ही, उसकी मां उर्मिला देवी भी इसके लाभ उठा रही हैं। आखिरकार, इस पूरे मामले की गंभीरता को देखकर अखिलेश राव ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिससे न्यायालय ने संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए।
पुलिस की कार्रवाई
अलीनगर के थानाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्र ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है और सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।