आगरा में डोरीलाल अग्रवाल राष्ट्रीय मेधावी दिव्यांग छात्रवृत्ति से दिव्यांगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण

आगरा में 23 दिसम्बर को डोरीलाल अग्रवाल राष्ट्रीय मेधावी दिव्यांग छात्रवृत्ति का आयोजन किया गया, जिसमें बारह राज्यों के 93 मेधावियों को कुल 17.16 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद परिसर खंदारी स्थित जेपी सभागार में किया गया। इस अवसर पर दिव्यांगों ने अपनी असीम मेधा के साथ चुनौती का सामना करते हुए एक नई सफलता की कहानी लिखी है।

दिव्यांग छात्रों की प्रेरणा

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हिमानी बुंदेला, जो कि प्रदेश सरकार की दिव्यांगजन विभाग की ब्रांड एंबेसडर भी हैं, ने कहा, “सात साल पहले मैं भी दर्शक दीर्घा में बैठी थी, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और आज आपके बीच मुख्य अतिथि के रूप में हूं।” उनका यह प्रेरणादायक उद्धरण सभी छात्रवृत्ति प्राप्त करने वालों के लिए एक सकारात्मक संदेश लेकर आया, जिससे उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का उत्साह मिला।

संस्थान की उपलब्धियाँ

इस मौके पर संस्था के सचिव अनिल अग्रवाल ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें बताया गया कि कैसे डोरीलाल अग्रवाल राष्ट्रीय मेधावी दिव्यांग छात्रवृत्ति पिछले सालों में अनेक छात्रों की जिंदगी में बदलाव लाई है। छात्रवृत्ति कार्यक्रम के संयोजक सुनील विकल ने छात्रवृत्ति पाने की प्रक्रिया की जानकारी दी, जिससे प्रतिभागियों को समझने में मदद मिली।

समाज में परिवर्तन की आवश्यकता

इस समारोह की अध्यक्षता कर रहे एफमेक अध्यक्ष और उद्यमी पूरन डावर ने सभी युवाओं को उद्यमशील बनने का संदेश दिया, जिससे वे समाज के लिए कुछ कर सकें। उन्होंने कहा, “आज का युवा कल का भविष्य है, और हमें उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना चाहिए।”

ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने छात्रवृत्ति प्राप्त कर चुके सफल छात्रों की कहानियाँ साझा कीं, जो दिव्यांगता के बावजूद अपने लक्ष्यों को पाने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति के पास अपनी कठिनाइयाँ हैं, लेकिन उसे आत्मविश्वास के साथ पार करना चाहिए।”

डॉक्यूमेंट्री का विमोचन

समारोह में शैलेंद्र नरवार द्वारा निर्देशित संस्था की एक डाक्यूमेंट्री का विमोचन भी किया गया। यह डाक्यूमेंट्री उन छात्रों की यात्रा को दर्शाती है जिन्होंने दिव्यांगता के बावजूद अपनी मेधा से सफलता पाई।

उद्यमिता की दिशा

कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने विद्यार्थियों को उद्यमिता की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वरिष्ठ पत्रकार संजय तिवारी, राजकुमार जैन, और अन्य उपस्थित लोगों ने दिव्यांगों से उम्मीद की कि वे अपनी प्रतिभा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

छात्रवृत्ति के लाभ

छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले सभी 93 मेधवी छात्रों ने इस अवसर को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। उनका कहना था कि डोरीलाल अग्रवाल राष्ट्रीय मेधावी दिव्यांग छात्रवृत्ति ने न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाया है।

डोरीलाल अग्रवाल राष्ट्रीय मेधावी दिव्यांग छात्रवृत्ति कार्यक्रम एक ऐसा मंच है जो दिव्यांगों को न केवल सहायता बल्कि प्रेरणा भी देता है। इस कार्यक्रम से यही संदेश मिलता है कि दिव्यांगता एक बाधा नहीं, बल्कि एक चुनौती है, जिसे हर आत्मविश्वासी व्यक्ति पार कर सकता है।

आशा है कि यह छात्रवृत्ति कार्यक्रम आगे भी ऐसे ही सफलताओं की कहानियाँ लिखता रहेगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य करता रहेगा।

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