Agra में गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों को श्रद्धांजलि: 23 दिसम्बर को स्कूली बच्चों की श्रृंखला का आयोजन

Agra, 16 दिसम्बर: गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों और माता गुजर कौर को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु सामाजिक संस्था ‘पंजाबी विरासत’ द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

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यह कार्यक्रम शैक्षणिक और सांस्कृतिक महत्व से भरा होगा, जिसमें स्कूली बच्चों की श्रृंखला बनायी जाएगी। यह श्रृंखला एम जी रोड पर स्थित स्पीड कलर लैब से लेकर भगवान टॉकीज और सुभाष पार्क तक फैली होगी। आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि इस आयोजन से एम जी रोड पर किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आएगी, जिससे आम जनजीवन सामान्य रूप से चलता रहेगा।

संस्थान के अध्यक्ष पूरन डावर, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल वर्मा और महामंत्री बंटी ग्रोवर ने इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसमें कई स्कूली संस्थाओं, विभागीय शिक्षा अधिकारियों (डीआईओ) कार्यालय और समाज के विभिन्न स्कूलों का सहयोग प्राप्त होगा। इस अवसर पर विशेष रूप से बच्चों की चार केटेगरी निर्धारित की गई हैं, जिनमें क्रमशः 17 वर्ष, 13 वर्ष, 9 वर्ष और 7 वर्ष के बच्चे/बच्चियाँ शामिल होंगे। इन सभी बच्चों को उनकी उत्कृष्टता और贡献 के लिए सम्मानित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि प्रतिभागी स्कूलों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी भागीदारी को मान्यता मिलेगी। इस बार आयोजन में लगभग 100 से अधिक स्कूलों की भागीदारी हो रही है। यह दर्शाता है कि स्थानीय समुदाय और शैक्षणिक संस्थाएं सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को बढ़ावा देने के लिए कितनी सक्रिय हैं।

समारोह को और भी भव्य बनाने के लिए कई प्रमुख लोग भी उपस्थित होंगे, जिनमें अशोक अरोरा, रानी सिंह, कुसुम महाजन, हिमांशु सचदेवा, राजकुमार घई, मन्नू महाजन और कुलदीप सिंह कोहली जैसी स्थापित विभूतियाँ शामिल हैं। इन सभी की उपस्थिति से कार्यक्रम की महत्ता और बढ़ जाएगी।Agra में गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों को श्रद्धांजलि

गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों का बलिदान भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उनका साहस और बलिदान हमें प्रेरित करता है, और इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें याद करना एक महत्वपूर्ण कार्य है। इस श्रृंखला के माध्यम से समाज को यह संदेश देने का प्रयास किया जाएगा कि हमें अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति सजग रहना चाहिए, साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से बच्चों में राष्ट्रीयता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को जागृत करना आवश्यक है।

इस कार्यक्रम के आयोजन से न केवल स्कूलों के बीच सहयोग बढ़ेगा, बल्कि यह बच्चों में एकजुटता, सांस्कृतिक ज्ञान और साहस का संचार करने का माध्यम बनेगा। पंजाबी विरासत की यह पहल निश्चित रूप से आगरा में एक नई दिशा की ओर अग्रसर करेगी, जहाँ शिक्षा और संस्कृति का संगम होगा।

समाज के लिए आवश्यक है कि वह युवा पीढ़ी को अपने इतिहास से जोड़े, ताकि अगली पीढ़ी गुरु गोविंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के बलिदान और आदर्शों को जान सके और उसका अनुसरण कर सके। इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल बच्चों के लिए सिखने का अवसर प्रदान करती हैं, बल्कि उनके समर्पण और उत्साह को भी उजागर करती हैं।

सभी संबंधितों की निस्वार्थ सेवा और सहयोग से यह कार्यक्रम एक सफल आयोजन के रूप में स्थापित होगा और समाज के हर वर्ग में एक सकारात्मक संदेश का संचार करेगा।

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