खबर फिली – छोटी सी भूल आमिर खान की जान पर पड़ सकती थी भारी, किया ऐसा काम, सबकी हलक में आ गई थी जान – #iNA @INA
आमिर खान को मिस्टर परफेक्शनिस्ट यूं ही नहीं कहा जाता है. वो जो भी फिल्म करते हैं उसमें पूरी जान लगा देते हैं. यही वजह है कि फैन्स अभिनेता को खूब प्यार देते हैं. वैसे तो आमिर की ज्यादातर फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर गदर काटा ही है, लेकिन साल 1998 में रिलीज हुई ‘गुलाम’ को भी खूब पसंद किया गया था. आमिर खान और रानी मुखर्जी की बेहतरीन अदाकारी से सजी ये फिल्म आज भी कई बड़े बजट की मूवीज को मात देती है. इस फिल्म को करने में आमिर ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी.
कहते हैं कि ‘गुलाम’ न सिर्फ आमिर खान और रानी मुखर्जी की एक्टिंग की वजह से चली, बल्कि फिल्म में आमिर खान ने जो टपोरी भाषा बोली थी, उस वजह से भी इसे उस दौर में खूब पसंद किया गया था. फिल्म का गाना आती क्या खंडाला आज भी सुना जाता है. टपोरी भाषा में आमिर खान ने जिस अंदाज में डायलॉग बोले उनका वो अंदाज मशहूर हो गया था.
आमिर ने खुद किया ‘गुलाम’ का स्टंट सीन
कहा जाता है कि उस दौर में आमिर खान की ‘गुलाम’ का क्रेज लोगों के सिर पर इस कदर सवार था कि लड़के अपनी गर्लफ्रेंड्स को आमिर के अंदाज में प्रपोज करते थे. इस फिल्म के लिए आमिर खान ने बहुत मेहनत की थी. ‘गुलाम’ को लेकर एक किस्सा है कि फिल्म के एक सीन में एक्टर की जान जाते-जाते बची थी. दरअसल हुआ कुछ यूं था कि ‘गुलाम’ में आमिर खान को एक ट्रेन का सीन करना था. सीन बेहतरीन लगे इसके लिए आमिर खान ने किसी स्टंटमैन या बॉडी डबल को न लेकर खुद ही इसे करने का फैसला किया था.
क्या था ‘गुलाम’ का वो सीन
खबरों की मानें तो ट्रेन के सीन की शूटिंग के लिए पहले भारतीय रेलवे से परमिशन लेनी पड़ी थी, इसके बाद सीन को सानपाड़ा रेलवे स्टेशन पर शूट किया गया. अगर आपने ‘गुलाम’ फिल्म देखी होगी तो याद होगा कि आमिर खान झंडा लेकर चलती हुई ट्रेन के सामने कूद जाते हैं. ये वही सीन है, जब उनको झंडा लेकर ट्रेन के सामने दौड़ना था और ट्रेन के पास आते ही पड़ोस वाली पटरी पर दूर कूद जाना था. लेकिन इस सीन को करते वक्त आमिर खान ट्रेन के इतने नजदीक पहुंच गए थे कि उनके और मौत के बीच थोड़ा ही फासला बचा था और आमिर खान बाल-बाल बच गए.
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