Nation- आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन निर्दोश लोगों को सजा न मिले… उमर अब्दुल्ला- #NA

पहलगाम हमले के बाद से पुलिस और सुरक्षाबलों की तरफ से आतंकी और उनके पनाहगारों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि जो लोग भी आतंकी हमले में शामिल हैं उन्हें पकड़ा जाए, लेकिन जम्मू-कश्मीर के निर्दोष लोगों पर इसका असर न हो.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुलगाम में जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था. सीएम ने कहा कि कश्मीर में अलग-अलग जगहों से लोगों की गिरफ्तारियों की खबरें आ रही हैं. लोगों ने पहलगाम में हुए आंतकी हमले पर नाराजगी जाहिर की है.सड़कों उतरकर अपना गुस्सा दिखाया है. गुनहगारों को सजा मिलना चाहिए, लेकिन बेकसूर लोगों को सजा नहीं मिलना चाहिए, लोगों को ऐसा नहीं लगना चाहिए.
#WATCH | Srinagar | Jammu & Kashmir CM Omar Abdullah says, “What happened in Kulgam shouldn’t have happened, but not only Kulgam, the news of arrests, which is coming from different places in Kashmir—for the first time, the people of Jammu & Kashmir, especially Kashmir, came on pic.twitter.com/G244CjQsv2
— ANI (@ANI) May 6, 2025
‘हालात सुधरने में वक्त लगेगा’
वहीं जम्मू-कश्मीर के हालात पर उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि स्थिति क्या है, घाटी के हालात सुधरने में वक्त लगेगा. उन्होंने कहा कि हमे अहतियात बरतनी होगी कि गुनहगारों को सजा देने के चक्कर में पूरे कश्मीर के लोग इसकी लपेट में न आए. उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने अपनी बात सरकार तक पहुंचा दी है.
#WATCH | Srinagar | Jammu & Kashmir CM Omar Abdullah says, “We all understand the situation here. It will take time. We must look into it so that we don’t affect the innocent people of Jammu & Kashmir in our efforts to catch those who were involved in the Pahalgam attack. We have pic.twitter.com/nGsoaVQVSc
— ANI (@ANI) May 6, 2025
आतंकियों के मददगारों पर कार्रवाई
दरअसल पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों का जान चली गई थी. सेना और पुलिस ने एक्शन लेते हुए पहलगाम हमले में शामिल आतंकी आदिल का घर बम लगाकर और आसिफ का घर बुलडोजर से गिरा दिया था. वहीं जम्मू-कश्मीर से लगभग 2900 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी को पीएसए यानी पब्लिक सेफ्टी एक्ट और प्रिवेंटिव डिटेंशन आधार पर जेल में रखा है.मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने करीब 250 लोगों से पूछताछ की है. इनमें 7 लोगों से कई बार पूछताछ हुई है. इनमें से एक जिपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल भी शामिल है, जिसका विडियो वायरल हुआ था.
नाले में मिल था इम्तियाज अहमद मागरे का शव
कश्मीर के कुलगाम में रविवार को 22 साल के इम्तियाज अहमद मागरे का शव अदबल नाले से मिला था. पुलिस ने कहा कि मागरे एक ओवरग्राउंड वर्कर था. सुरक्षाबलों को उसने आतंकियों का एक ठिकाना भी दिखाया था. इसके बाद वह रविवार को फिर सेना के साथ आतंकियों का दूसरा ठिकाना दिखाने जा रहा था, लेकिन तभी नाले में कूद गया और डूबकर मर गया. पुलिस ने इम्तियाज को 3 मई को पकड़ा था. जांच में सामने आया था कि वह आतंकियों का मददगार था, हालांकि उसकी मौत के बाद से लोग सेना पर सवाल उठा रहे हैं.
आंतकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
पहलगाम में हुए हमले के विरोध में पूरे देशभर में प्रदर्शन हुए. जम्मू कश्मीर में भी लोगों ने सड़कों पर उतरकर आतंकियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और दहशतगर्दों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान को बताया जा रहा है, जिसके खिलाफ सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं. फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बने हुए हैं.
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन निर्दोश लोगों को सजा न मिले… उमर अब्दुल्ला
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