Araria में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन का संकल्प: जीवन रक्षा अभियान का शुभारंभ!
मंटू राय संवाददाता अररिया
बिहार के अररिया जिले में सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा मिली है। जिला पुलिस अधीक्षक अमित रंजन की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनसे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। बैठक में सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा हुई और प्रभावी कार्रवाई के लिए ठोस योजनाएँ बनाई गईं।
बैठक में मुख्य रूप से हेलमेट जाँच, हिट एंड रन तथा नॉन-हिट एंड रन दुर्घटनाओं में मुआवजे की स्थिति, ओवरस्पीडिंग, ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन के लिए मार्ग निर्धारण, बस पड़ावों के निर्माण की स्थिति, eDAR/iRAD एंट्री स्टेटस, शहर के मुख्य चौराहों पर यातायात जाम की समस्या और दुर्घटनाओं से निजात पाने के उपाय, ब्लैक स्पॉट की पहचान और निराकरण, तथा सीसीटीवी कैमरे के अधिष्ठापन आदि विषयों की समीक्षा की गई।
इससे पहले, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और थानाध्यक्षों को पुलिस अधीक्षक ने आगामी गढ़ीमाई मेला को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। जिला परिवहन पदाधिकारी श्री सुशील कुमार ने जिला सड़क सुरक्षा समिति से संबंधित निर्धारित एजेंडा पर विस्तार से जानकारी प्रदान की।
अररिया ( Araria ) जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सख्त निर्देश, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का लक्ष्य
पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक सप्ताह एक दिन वाहन जांच के लिए विशेष अभियान चलाएँ, जिसमें हेलमेट जांच अनिवार्य होगी। उन्होंने सभी जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का अनिवार्य उपयोग करने का निर्देश दिया और आम लोगों से भी हेलमेट पहनने की अपील की। यह कदम सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली गंभीर चोटों को कम करने में अत्यंत प्रभावी साबित होगा।
बैठक में चिन्हित ब्लैक स्पॉट को बंद कराने के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (परिवहन) के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। हिट एंड रन तथा नॉन-हिट एंड रन दुर्घटनाओं में मुआवजे के लिए नियमों के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया गया। यह निर्णय पीड़ितों को त्वरित और न्यायसंगत मुआवजा दिलाने में मददगार होगा।
बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (परिवहन), एनएचआई के अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। सभी विभागों के समन्वित प्रयास से ही सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार संभव है। इस बैठक से उभरे निष्कर्षों और लिए गए निर्णयों से अररिया जिले में सड़क सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है। यह एक सराहनीय पहल है जो न केवल सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करेगी बल्कि लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। आने वाले समय में इसी प्रकार के प्रयासों से अररिया जिले को सड़क दुर्घटनाओं से मुक्त बनाने