National-Q4 में क्रेडिट लागत के अनुमान से चूकने के बाद श्रीराम फाइनेंस के शेयरों में 8% से ज्यादा की गिरावट, क्या आपको स्टॉक पर लगाना चाहिए दांव? – #INA

Shriram Finance Stock Price today : वित्त वर्ष 2025 के लिए चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद श्रीराम फाइनेंस के शेयर सोमवार को बीएसई पर 8.5% गिरकर 600 रुपये के निचले स्तर पर आ गए। हालांकि कंपनी ने कुल मिलाकर अच्छे नतीजे दिए हैं। लेकिन क्रेडिट लागत और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) के उम्मीद से कमज़ोर रहने के बाद स्टॉक को लेकर निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है।

मार्च 2025 को खत्म हुई तिमाही में श्रीराम फाइनेंस की आय में सालाना आधार पर 10 फीसदी की बढ़त हुई है। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा 2,139 करोड़ रुपये रुपए रहा है। कंपनी को मजबूत क्रेडिट मांग का फायदा मिला है। इस अवधि में कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) पिछले साल की समान तिमाही के 5,336 करोड़ रुपये की तुलना में सलाना आधार पर 13 फीसदी बढ़कर 6,051 करोड़ रुपये पर रही है। इस तिमाही में कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 9,498 करोड़ रुपये से बढ़कर 11,460 करोड़ रुपये रही है। जबकि ऑपरेटिंग इनकम सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़कर 11,454 करोड़ रुपये पर रहा है। कंपनी की फीस और कमीशन से होने वाली आय भी दोगुनी से अधिक बढ़कर 331 करोड़ रुपये पर रही है।

मजबूत आय के बावजूद, असेट क्वालिटी और मुनाफे से जुड़ी चिंताओं के कारण स्टॉक में दबाव बना है। क्रेडिट कॉस्ट में तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 18 फीसदी की तेज बढ़त के साथ असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) के 2.4 फीसदी पर पहुंच गई है। जबकि NIM में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 23 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है। पिछली दो तिमाहियों में इसमें 49 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है। एनालिस्टों का मानना है कि NIM में गिरावट की वजह हाई लिक्विडिटी लेवल रहा हो जो 190 बिलियन रुपये के समान्य स्तर के मुकाबले 300 बिलियन रुपये के असामान्य स्तर पर रहा है। इसके चलते तिमाही आधार पर NII स्थिर रहा है।

चौथी तिमाही में गिरावट के बावजूद, ब्रोकरेज नुवामा ने स्टॉक पर ‘Buy’ रेटिंग बनाए रखी है। ब्रोकरेज ने कंपनी की लॉन्ग टर्म संभावनाओं में भरोसा जताते हुए अपने टारगेट प्राइस को 720 रुपये से बढ़ाकर 760 रुपये कर दिया। कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 में कंपनी के NIM में सुधार होगा और यह 8.5–8.6 फीसदी पर रह सकता है। वहीं, AUM में 15 फीसदी की ग्रोथ मुमकिन है।

M&M द्वारा 59% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के ऐलान के बाद SML Isuzu के शेयरों में लगा 10% का लोअर सर्किट

प्रबंधन ने वित्त वर्ष 26 में एनआईएम में सुधार के साथ-साथ 15% एयूएम वृद्धि के साथ 8.5-8.6% तक पहुंचने का मार्गदर्शन किया है, और संकेत दिया है कि निकट भविष्य में क्रेडिट तनाव या लागत में कोई और वृद्धि की उम्मीद नहीं है। हालांकि, विश्लेषकों का सुझाव है कि शेयर अल्पावधि में दबाव में रह सकता है क्योंकि निवेशक आय में कमी और बढ़ते तनाव वाले ऋण मीट्रिक को पचा लेते हैं। कंपनी के मैनेजमेंट का यह भी कहना है कि निकट की अवधि में कंपनी के क्रेडिट कॉस्ट में किसी बढ़त की उम्मीद नहीं है। हालांकि, एनालिस्टों का कहना है कि शॉर्ट में शेयर दबाव में रह सकता है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Q4 में क्रेडिट लागत के अनुमान से चूकने के बाद श्रीराम फाइनेंस के शेयरों में 8% से ज्यादा की गिरावट, क्या आपको स्टॉक पर लगाना चाहिए दांव?


देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,

#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on hindi.moneycontrol.com, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News