पर्यटन क्षेत्र फतेहाबाद रोड पर रात्रि मे शराब के ठेकों से पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से बिक रही है अवैध रूप से शराब नियमों की उड़ाई जा रही है धज्जियां

आगरा। अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस महकमे के तेजतर्रार कहे जाने वाले पुलिस आयुक्त दीपक कुमार की अपराधियों के खिलाफ की जाने वाली ताबड़तोड़ कार्यवाही से अपराधियों मे दहशत फैली हुई है। जिले मे आए दिन होने वाले एनकाउंटर से अपराधियों मे पुलिस का खौफ बना हुआ है पुलिस आयुक्त जिले को भयमुक्त बनाने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रहे है। लेकिन वही दूसरी ओर शराब माफिया रात्रि दस बजे के बाद शराब की अवैध बिक्री करने से बाज नही आ रहे शराब माफियायो को पुलिस का कोई खौफ नही है क्षेत्रीय पुलिस की मिली भगत के चलते शराब माफियायो द्वारा धड़ल्ले से रात्रि दस बजे के बाद अवैध रूप से शराब की बिक्री होती है। पर्यटन नगरी की शान कहे जाने वाले फतेहाबाद रोड पर थाना ताजगंज क्षेत्र के पुरानी मंडी चौराहे से लेकर बसई पुलिस चौकी तक रास्ते मे मौजूद सभी देसी शराब के ठेकों पर रात्रि मे शराब की बिक्री की जा रही है बसई पुलिस चौकी की नाक के नीचे बसई सब्जी मंडी स्थित देशी शराब के ठेके पर रात्रि दस बजे के बाद पूरी रात धड़ल्ले से ओवर रेट पर अवैध रूप से शराब की बिक्री की जा रही है। ठेके पर पूरी रात शराबियों को शराब खरीदने के लिए जमाबड़ा लगा हुआ देखा जा सकता है लेकिन चंद कदमों की दूरी पर स्थित बसई पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों को कुछ नजर नही आता या यह कहना गलत नही होगा कि अवैध रूप से शराब की बिक्री करने वाले शराब माफिया के चढ़ावे के चलते क्षेत्रीय पुलिस अनदेखा कर रही है। जबकि ताजगंज क्षेत्र के फतेहाबाद रोड को पर्यटन क्षेत्र की धड़कन माना जाता है आए दिन दिन और रात शासन प्रशासन के अधिकारी पुलिस अधिकारियों के अलावा वीआईपी व वीवीआईपी गुजरते रहते है बाबजूद इसके पुलिस ने अपनी आँखें मूंद रखी है। सूत्रों के अनुसार देशी शराब ठेके के मालिक स्वयं इस सारे खेल में संलिप्त है ठेका मालिक सेल्समैन को प्रतिरात्रि तीन हज़ार रुपये से अधिक रुपये लेकर दुकान पर बिठाते है और सेल्समैन प्रति पौवा दस से पंद्रह रुपए ओवरवेट के हिसाब से ठेके मालिक को देता है ठेका मालिक उसको ही ठेके पर बिठा देता है और उसे ये भी आश्वासन देते हे कि रात्रि मे तुम्हें कोई दिक्कत नही होगी अगर पुलिस या आबकारी विभाग द्वारा कोई भी आता है तो तुरन्त मेरी उससे बात करा देना पुलिस और आबकारी विभाग के आधिकारियों को तो मैं जेब मे लेकर घूमता हु। ओवर रेट और रात्रि मे शराब की बिक्री करना पुलिस और आबकारी विभाग की नियमों के विरुद्ध है लेकिन पुलिस का संरक्षण मिलने के कारण ठेका संचालक द्वारा सारे नियमों को ताक पर रख धज्जियाँ उड़ाई जा रही है जो कि आबकारी अधिनियम के विरुद्ध है। सोचने बाली बात यह कि इतने तेज तर्रार पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के होने के बावजूद ये शराब माफिया पुलिस के नाक के नीचे ठेके मालिक मुनाफा खोरी कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे है और स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगने दे रहे।
अब देखने बाली बात यह होगी कि पुलिस कब तक इन शराब माफियाऔ पर शिकंजा कस कर कानूनी कार्रवाई कर पाएगी।
रिपोर्ट अजीत कुमार कुशवाह