सनबीम स्कूल मुगलसराय में धूम-धाम से मनाया गया वार्षिकोत्सव
जिला चंदौली ब्यूरो चीफ अशोक कुमार जायसवाल
वार्षिकोत्सव ‘अभिव्यक्ति – 2024’ लोक संस्कृति, कला, संगीत और नृत्य की अद्भुत खोज – जहां परंपराओं की महक, कला की छटा, संगीत की मधुरता, और नृत्य की ताल, हर मन को बांध लेती है। आइए, इस अनोखे आयोजन में लोक जीवन के रंगों को करीब से महसूस करें और संस्कृति के अनमोल खजाने को जानें। अभिव्यक्ति 2024: अपनी जड़ों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है।
दुलहीपुर स्थित सनबीम स्कूल मुगलसराय ने 19 साल की स्वर्णिम शैक्षणिक उत्कृष्टता और इस संस्था के गरिमामयी अस्तित्व को गौरवान्वित करने वाला श्रेष्ठतम प्रतिभा – प्रदर्शन के साथ अपना वार्षिक दिवस मनाया, जो जिले भर में मानक स्थापित कर रहा है। 8 दिसम्बर एक बहुप्रतीक्षित दिन था। जिसके लिए विद्यालय के लगभग 500 बच्चों ने विगत एक महीने से मुंबई के ख्याति प्राप्त भरत नाट्यम विशारद महेश आर पाण्डे सर के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत करके अपने मंचीय प्रतिभा को निखारा और सर्वोत्तम प्रदर्शन किया। कार्यक्रम स्कूल परिसर स्थित ऑडीटोरियम में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि माननीय डॉ. दीपक मधोक – चेयरपर्सन सनबीम ग्रुप ऑफ़ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन्स एंड सी. एम. डी., डी. एच.के. एडुसर्व एल. टी. डी., माननीया भारती मधोक – वाइस चेयरपर्सन सनबीम ग्रुप ऑफ़ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, माननीय मोहम्मद इकबाल सीनियर डिवीज़नल ऑपरेशन्स मैनेजर ई. सी.आर. प.दी.द.न. चंदौली , डॉ. खिलेश्वरी पटेल असिस्टेंट प्रोफेसर कला संकाय, बी.एच.यू., राकेश गर्ग – डायरेक्टर सनबीम स्कूल मऊ, सतीश जिंदल – व्यवसायी और समाजसेवी पं.दी.उ.न. चंदौली, विकास गर्ग व्यवसायी और समाजसेवी पं.दी.उ.न. चंदौली, विष्णुकांत अग्रवाल व्यवसायी और समाजसेवी पं.दी.उ.न. चंदौली, विद्यालय प्रबंधन सदस्य – आत्माराम तुलस्यान, सुभाष तुलस्यान, अभिषेक तुलस्यान ने तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। विद्यालय के सेक्रेटरी श्री यदुराज कानूडिया एवं डायरेक्टर श्रीमती श्वेता कानूडिया , एडिशनल डायरेक्टर श्रुति अग्रवाल , प्रधानाचार्या सौमिता चटर्जी , उप – प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने ‘पुष्प-गुच्छ’ एवं ‘अंगवस्त्रम’ भेंट कर अतिथियों का स्वागत एवम अभिनंदन किया।
तत्पश्चात अनबाउंड के बच्चों ने शिव स्तुति को इतने भावपूर्ण व सुमधुर स्वर में प्रस्तुत किया कि श्रोताओं के हृदय शिवमय हो उठे। वहीं दूसरी ओर राजस्थानी लोकगीत ‘चौधरी लुक छुप ना जाओ जी, मुझे दरस दिखाओ जी’ की प्रस्तुति ने समारोह में एक अलग ही रंग भर दिया। तो वहीं कार्यक्रम में “मोज़ार्ट सिम्फनी नं. 25” और “फ्यूर एलीज़” वेस्टर्न क्लासिकल संगीत की अनोखी प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। और कोलंबियाई फोक ‘आसो सी कोमो नो’ की ऊर्जावान धुनों ने पूरे वातावरण को उत्साह और उमंग से भर दिया।
एक ही भाव – भूमि पर आधारित भारतीय और विदेशी लोक नृत्य व संगीत का अद्भुत समन्वय दिखाई दिया। जिसमें हिमांचल प्रदेश के पहाड़ी नृत्य , मध्य प्रदेश के कर्मा , उड़ीसा के संभलपुरी , तमिलनाडु के कोलट्टम , गोवा के धनगर , महाराष्ट्र के लेजिम , राजस्थान के सुप्पड़ा , हरियाणा के खोरिया , पंजाब के भांगड़ा लोक नृत्यों के साथ पोलैंड के क्राकोवियाक, ऑस्ट्रेलियन के ‘सर्किस्सियन सर्किल’, जापान के फैन डांस, टर्की के हलय, इजराइल के ‘शिर हनोकदिम डांस, स्पेन के फ्लैमेंन्को, स्कॉटलैंड के कम्बरलैंड स्क्वायर 8,
जर्मनी के डेया लाऊहॉ गैलोप, इटली के तरणतेल्ला डांस प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा से वाह – वाही बटोरी। अगली कड़ी में स्कूल की शिक्षिकाओं ने यू.एस.ए. के प्रसिद्ध गीत ‘बिग माउंटेन’ मनमोहक नृत्य प्रस्तुत की । तथा ग्रैंड फिनाले में छात्रों ने ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ की मनमोहक और भावपूर्ण प्रस्तुति दी, जो सामूहिकता और सौहार्द्र का अनुपम प्रतीक बनी। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारतीय और पाश्चात्य संगीत व नृत्य का ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसमें प्राचीनता और आधुनिकता का नवीन व सुंदर तालमेल रहा ।
मुख्य अतिथि दीपक मधोक ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कार्यक्रमों की मुक्त कंठ से सराहना की। और ‘अभिव्यक्ति ए मेले -मेला’ को वार्षिकोत्सव की विषयवस्तु के रूप में चुनने के लिए विद्यालय प्रबंध समिति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। और कहा कि वर्तमान समय में समाज को एकता के सूत्र में पिरोने की अत्यंत आवश्यकता है। इसके माध्यम से ही समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र की परिकल्पना साकार की जा सकती है।
मुख्य अतिथि भारती मधोक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सनबीम मुगलसराय सृजनात्मकता का केंद्र है। यहाँ हर कार्यक्रम, हर गतिविधि के पीछे एक गहन सोच और सृजनशील दृष्टिकोण होता है। यह उपलब्धि विद्यालय परिवार की प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रमाण है, जिसके लिए पूरा विद्यालय परिवार प्रशंसा और बधाई का पात्र है।
इस अवसर पर अतिथियों एवं अभिभावकों का स्वागत करते हुए विद्यालय की डायरेक्टर , श्वेता कानूडिया ने कहा कि हम आज आपके और हमारे बीच बने विश्वास और प्यार का उत्सव मना रहे हैं। बच्चों के अंदर की छुपी जिस प्रतिभा से हम अक्सर अनभिज्ञ रह जाते हैं, यह कार्यक्रम उसी प्रतिभा का उत्सव मनाने का दूसरा नाम है, हम साथ में शिक्षा ,सेवा और परोपकार में आगे बढ़ते चलेंगे।
प्रधानाचार्या सौमिता चटर्जी जी ने विद्यालय के वर्ष भर की गतिविधियों और उपलब्धियों का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड को प्रस्तुत किया और पधारे हुए अतिथियों एवं अभिभावकों के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास मुझे हमेशा ही उत्साहित करती है। यह पूरा कार्यक्रम विविध विषयों पर केंद्रित है जिसमें वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश समाहित है । सनबीम स्कूल ने वार्षिकोत्सव को शिक्षा, उल्लास और संगीत का अद्भुत संगम बना दिया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। छात्रों का सर्वांगीण और बहुमुखी विकास करना ही सनबीम स्कूल मुगलसराय का लक्ष्य है ।
विद्यालय के उप -प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने अपने सम्बोधन ने कहा – “हमारा प्रयास है कि छात्र केवल शिक्षा तक सीमित न रहें, बल्कि सांस्कृतिक और कलात्मक गतिविधियों में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व को निखारें। यह वार्षिकोत्सव हमारी वैश्विक और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक प्रयास है।”
इस अवसर पर विद्यालय के हेड मिस्ट्रेस वसुंधरा ऋषि, राजेश सिन्हा व समस्त शिक्षक – शिक्षिकाओं सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य जन एवं अभिभावक गण उपस्थित रहें।