अररिया: भरगामा पुलिस का बड़ा ऑपरेशन दो बाइक समेत चोर गिरफ्तार, मास्टरमाइंड मासूम अब भी फरार
मिंटू राय संवाददाता अररिया
बिहार के अररिया जिले में भरगामा पुलिस ने बाइक चोरों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो चोरों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी एक सफल पुलिस ऑपरेशन का नतीजा है, जिसमें दो बाइक भी बरामद की गई हैं। हालांकि, इस गिरोह का मास्टरमाइंड मोहम्मद मासूम अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इस ऑपरेशन ने न केवल बाइक चोरियों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया है, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच सुरक्षा का एक नया एहसास भी पैदा किया है।
गुप्त सूचना से हुई कार्रवाई
पुलिस को देर रात गुप्त सूचना मिली थी कि लछहा नदी के पुल के पास चार से पांच चोर एकत्रित होकर किसी बड़ी घटना की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलने के तुरंत बाद, भरगामा पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए छापेमारी की। इस दौरान, जयनगर गांव निवासी नुनूलाल यादव का बेटा गौरव यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ के दौरान, गौरव ने अन्य चोरों के नाम बताने के साथ ही गिरोह की कुछ गतिविधियों की जानकारी दी।
गिरोह का पर्दाफाश
गौरव की निशानदेही पर पुलिस ने गजबी गांव में छापेमारी की, जहां थाना पुलिस ने आरोपी मोहम्मद अली राजा ऊर्फ बेचन और मोहम्मद मासूम के घरों पर छापा मारा। इस छापेमारी में मोहम्मद अली राजा ऊर्फ बेचन के घर से एक डिस्कवर बाइक और मोहम्मद मासूम के घर से एक बुलेट बाइक बरामद की गई। इस गंभीर कार्रवाई से पता चलता है कि बाइक चोरी की घटनाएं केवल एक अक्षम्य अपराध नहीं हैं, बल्कि यह एक संगठित गिरोह के तहत की जा रही थीं।
फरार मास्टरमाइंड
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों में से गौरव यादव ने पुलिस को आश्वासन दिया कि वह गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम बताएगा। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मास्टरमाइंड मोहम्मद मासूम गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस गिरोह का संचालन कितनी मजबूती से हो रहा था और मासूम की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण लक्ष्य बन गई है।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद, स्थानीय समुदाय ने भरगामा पुलिस की सराहना की है। लोगों का कहना है कि ऐसी सक्रियता से उम्मीद है कि इलाके में चोरी की घटनाएं कम होंगी। पुलिस द्वारा जारी की गई अपील में कहा गया कि अगर लोग संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को देंगे, तो अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इससे आस-पास के इलाकों में एक सकारात्मक संदेश भी गया है कि पुलिस अपने कर्तव्यों में कितनी गंभीर है।
भविष्य की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान और भी खुलासे होने की संभावना जताई गई है। पुलिस ने कहा है कि इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी जल्द ही गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही, बरामद बाइक के नंबर और दस्तावेजों की जांच की जा रही है ताकि उसके असली मालिकों का पता लगाया जा सके। भरगामा पुलिस का यह ऑपरेशन स्थानीय राजनीति में भी चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां कुछ लोग इसे चुनावों के पहले एक अच्छा कदम मान रहे हैं।
इस प्रकार, बाइक चोरी की घटनाओं का यह मामला न केवल पुलिस की सक्रियता को दर्शाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि संगठित अपराध पर नियंत्रण संभव है। भरगामा पुलिस की इस कार्रवाई ने क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल मजबूत किया है, और हमें उम्मीद है कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। मास्टरमाइंड मोहम्मद मासूम की गिरफ्तारी तक यह मामला स्थानीय समाचारों में चर्चा का विषय बना रहेगा, और उसे कई लोगों के बीच नज़ीर के रूप में पेश किया जाएगा।