मोहसिन खान को गिरफ्तार करो, उसने लव जिहाद फैलाया: गोविंद पाराशर राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत

आगरा। हाल के दिनों में पूर्व एसीपी ताज सुरक्षा आगरा रहे, मोहसिन खान, के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उनके खिलाफ गिरफ्तारी की मांग उठाई जा रही है। इस मांग को लेकर राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, योगी आदित्यनाथ सरकार में हिंदू बेटियों के खिलाफ बढ़ती रेप की घटनाओं के पीछे मोहसिन खान जैसे लोगो का हाथ है। पाराशर ने कहा, “आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।”

लव जिहाद का आरोप

गोविंद पाराशर ने स्पष्ट बयान दिया कि एसीपी मोहसिन खान ने एक हिंदू लड़की के साथ रेप किया है। उनका यह आरोप लव जिहाद के संदर्भ में भी है, जो कि पिछले कुछ समय से एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के बढ़ते मामलों के चलते समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। हमें यह समझने की जरूरत है कि यह केवल एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह एक बड़े मुद्दे का हिस्सा है, जो हमारी संस्कृति और सुरक्षा को प्रभावित कर रहा है।

सरकार की चुप्पी

गौरतलब है कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सरकार की चुप्पी से लोगों में आक्रोश है। गोविंद पाराशर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा, “अगर सरकार ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे।” यह बयान इस बात का संकेत है कि लोग अब चुप नहीं रहने वाले और वे न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।

समाज में बढ़ता असंतोष

मोहसिन खान की गिरफ्तारी की मांग पर उठे हंगामे ने सामाजिक असंतोष को बढ़ा दिया है। लोग यह सवाल कर रहे हैं कि जब एक एसीपी जैसे उच्च पद पर बैठा व्यक्ति इस प्रकार के आरोपों का सामना कर रहा है, तो आम जनता का क्या होगा? ऐसे में यह जरूरी है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले और उचित कार्रवाई करे। अन्यथा, समाज में बढ़ती असुरक्षा और असंतोष से स्थिति और बिगड़ सकती है।

लव जिहाद पर बहस

लव जिहाद एक ऐसा विषय है, जो न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई है। पाराशर का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि लव जिहाद के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और वे इसे एक गंभीर समस्या मानते हैं। इस संदर्भ में, मोहसिन खान का नाम बार-बार उभरकर सामने आ रहा है, जिससे यह साफ होता है कि यह मामला केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक मुद्दे का हिस्सा है।

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि मोहसिन खान की गिरफ्तारी की मांग केवल एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि एक सामाजिक हलचल का संकेत है। अगर सरकार इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं करती, तो यह न केवल एक शहर, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में सामाजिक तनाव को और बढ़ा सकता है। इस स्थिति में, लोगों को यह समझने की जरूरत है कि न्याय की मांग करना उनका अधिकार है, और इस अधिकार की रक्षा के लिए वे एकजुट होकर खड़े हो सकते हैं। मोहसिन खान को गिरफ्तार करो, यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक आवश्यक कदम है जो समाज को सुरक्षित और न्यायपूर्ण बनाने की दिशा में बढ़ाया जाना चाहिए।

इस प्रकार, मोहसिन खान का मामला लव जिहाद के संदर्भ में एक गंभीर चर्चा का कारण बन गया है, और इसे नजरअंदाज करना समाज के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

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