यूपी- गोरक्षकों के खिलाफ एक्शन पर बिफरे अविमुक्तेश्वरानंद, कहा- परिणाम सही नहीं होगा – INA

उत्तर प्रदेश में श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में तीन दर्जन से अधिक गोवंश के अवशेष मिलने से गोरक्षक और हिंदू संगठन आक्रोशित हुए थे. गोरक्षक द्वारा मथुरा वृंदावन में जाम लगाए जाने को लेकर प्रशासन ने लाठी चार्ज के बाद एफआईआर दर्ज की थी. गोरक्षकों पर हुए लाठी चार्ज और कार्रवाई को लेकर जगतगुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद महाराज ने नाराजगी जाहिर की है.

मथुरा वृंदावन मार्ग पर पड़ने वाले जंगल में तीन दर्जन से अधिक गोवंश के अवशेष मिले थे. इसके बाद गोरक्षकों और हिंदूवादी संगठनों को गाय के अवशेष मिलने की सूचना मिली तो मौके पर भारी संख्या में गोरक्षक और हिंदू संगठन के लोग पहुंच गए. जहां उन्होंने गाय के अवशेष को सड़क पर रखकर मथुरा वृंदावन मार्ग जाम कर दिया. वहीं पुलिस ने कई बार प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया लेकिन पुलिस द्वारा समझाने के बाद भी उन्होंने रोड पर जाम लगाए रखा. जब मौके पर पहुंचे मथुरा डीएम और एसपी ने हिंदू संगठन और गोरक्षकों की वार्ता हुई तो उसके बाद गोरक्षकों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज कर दिया गया. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया.

वहीं पुलिस के समझाने के बाद भी जब प्रदर्शन कर रहे लोग नहीं माने तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने और जाम खुलवाने कि लिए लाठी चार्ज कर दिया. वहीं उपद्रव कर रहे गौ रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसको लेकर बवाल हो गया. गोरक्षकों और हिंदूवादी संगठन के लोगों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर जगतगुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद महाराज काफी ज्यादा नाराज हैं और उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भी दी है.

‘जो दोषी हो उनके खिलाफ हो कार्रवाई’

जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि श्रीधाम वृंदावन के समीप धोरेरा के जंगल में गौ माता के अवशेष मिलने पर गोभक्तों द्वारा जो धरना प्रदर्शन किया गया. गोभक्तों का कहना था कि यह गोवंश यहां आया कैसे? और गोवंश है किस गोधाम का? क्योंकि सभी गोवंश के कान में टैग लगे हुए थे. गोभक्तों की मांग थी कि डीएम और एसपी आकर के इस सारे मामले का स्पष्टीकरण करें. जो भी दोषी हैं उन लोगों पर संवैधानिक कार्रवाई हो.

‘गोभक्तों को परेशान न किया जाए’

उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी आए तो सही लेकिन गोभक्तों की बात ना सुनकर, वहां गोभक्तों के ऊपर लाठी चार्ज करने का आदेश दे दिया. जिसमें कई गोभक्तों को गंभीर चोटें भी आई हैं. कुछ गोरक्षकों को गिरफ्तार भी किया गया है. मथुरा के संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से हमारा निवेदन है कि यह जो कल का प्रकरण है. इसकी पूर्ण रूप से जांच कराई जाए और जो वास्तविकता में दोषी हैं उन लोगों पर कार्रवाई की जाए. वहीं भक्तों को परेशान ना किया जाए अन्यथा इसका परिणाम उचित नहीं होगा.


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