आयकर विभाग के राडार पर था बेकरी कारोबारी रितेश

🔵टैक्स चोरी के मामले को लेकर आयकर विभाग ने बेकरी व्यवसायी के फैक्ट्री पर किया छापेमारी

🔴 तीन दिनों तक जांच के बाद टीम संदिग्ध दस्तावेज अपने साथ ले गयी

कुशीनगर । कभी अभाव मे जिन्दगी गुजर बसर कर अपने पिता के साथ स्क्रैप बटोरने वाला रितेश अग्रवाल महज एक दशक में अपने क्षेत्र का सबसे बडा धनाढ्य बन गया। होलसेल किराना का दुकान, फैक्ट्री, महंगी जमीन और वाहनो का जखिरा के साथ-साथ वह कब करोडो में खेलने लगा यह हर कामनमैन के जेहन में एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है। कहना मुनासिब होगा कि पिता के साथ स्क्रैप बटोरने से लेकर किराने की दुकान और बेकरी फैक्ट्री तक के सफर तय करने मे रितेश की कही न कही टैक्स चोरी मै महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सूत्र तो यह भी कहते है कि अपने करोडपति बनने मे रितेश ने टैक्स चोरी को बम्हास्त्र के रुप मे प्रयोग किया है। यही वजह है कि आयकर विभाग के राडार चढ गया। तीन दिनो तक आयकर विभाग की कार्रवाई में टीम ने रितेश के आय के सोत्र से लगायत टैक्स चोरी तक की कुण्डली खंगालकर संदिग्ध दस्तावेज अपने साथ लेकर चली गयी।

काबिलेजिक्र है कि जनपद के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के कठकुइयां बाजार निवासी व बेकरी कारोबारी रितेश अग्रवाल के फैक्ट्री, गोदाम, घर सहित अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम द्वारा छापेमारी की गयी। गुरुवार को छापेमारी के बाद शुरू की गयी जांच शनिवार को देर शाम तक चलता रहा। टीम ने टैक्स चोरी और आय से अधिक संपत्ति की गहनता से रिकार्ड खंगालने के बाद तमाम संदिग्ध दस्तावेज को अपने कब्जे में लेकर वापस लौट गयी। विभागीय सूत्रों की माने तो टीम व्यापारी को नोटिस भेजकर हेड आफिस बुलाएगी और साक्ष्य के साथ बयान दर्ज करेगी

🔴हेड आफिस के निर्देश पर की गई छापेमारी 

बताया जाता है कि महानिदेशक आयकर विभाग लखनऊ के निर्देश पर सहायक आयुक्त के अगुवाई में आयकर अधिकारी,आयकर निरीक्षक आदि की टीम  गुरूवार को कठकुइयां के मठिया मोड स्थित रानी सती ट्रेडर्स पहुंच कर टैक्स चोरी व आय से अधिक संपत्ति की संभावना के आधार पर जांच शुरू की। तीन गाड़ियों से पहुंची दस सदस्यीय आयकर टीम बेकरी फैक्ट्री पहुंची और बेकरी फैक्ट्री से संबंधित संचालित खातों का ब्योरा मांगा। दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह से शाम तक टीम ने रिकार्ड खंगाला। तीसरे दिन शनिवार को सुबह दस बजे पहुंची टीम देर शाम सात बजे तक रिकार्ड खंगालती रही। हालाकि टीम ने अधिकारिक रुप से मीडिया को कोई जानकारी नही दी लेकिन टीम मे शामिल एक सदस्य ने बताया कि आयकर चोरी की संभावना को लेकर जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद व्यापारी को नोटिस भेज कर हेड आफिस बुलाकर साक्ष्य सहित बयान दर्ज किया जायेगा। उसके बाद व्यापारी पर आरोप सिद्ध होने पर टैक्स चोरी का  निर्धारण कर वसूली की कार्रवाई की जायेगी। छापेमारी में इलाहाबाद व वाराणसी की टीम शामिल रही है। 

🔴आय से अधिक संपत्ति और टैक्स चोरी मे घिर सकता है व्यापारी

क्षेत्र मे इस बात की चर्चा जोरों पर है कि एक दशक पूर्व रितेश की माली हालत ठीक नही थी वह अपने पिता के साथ स्क्रैप बटोरकर बेचने का कार्य करता था फिर किराये पर दुकान लेकर किराना सामग्री संबंधित दुकान का संचालन शुरू किया। सूत्रों का दावा है कि रितेश अग्रवाल का खेल इस दुकान से ही शुरू हुआ। सूत्रों का कहना है कि टैक्स चोरी कर सरकारी खजाने को चूना लगाकर रितेश किराने का होलसेल व्यापारी बन गया और फिर धन्ना सेठ के लाइन में शामिल होने की गरज से टैक्स चोरी को अपना हथियार बनाकर काले धन की गड्डी को सीढी बनाकर करोड़पति बन बैठा।

🔴बिहार तक फैला कारोबार का जंजाल

बेकरी कारोबारी रितेश का बेकरी का कारोबार सबसे ज्यादा बिहार मे फैला है। सूत्रो का दावा है कि बिल के नाम पर सादे कागज पर धनराशि दर्शाकर नगद धनराशि मे अधिकांश डिलेवरी किया जाता है। इतना ही नही फर्म द्वारा खरीददारी कुछ और किया गया और देनदारी कुछ और की गयी है। विश्वस्त सूत्रो ने बताया कि रितेश अग्रवाल द्वारा जमीन की खरीदारी और अन्य बडे सेक्टर मे काला धन इन्वेस्टमेंट किया गया है जो चर्चा का विषय बना है। 

🔴 प्रर्वतन निदेशालय के राडार पर है जिले के तमाम व्यापारी

सूत्र बताते है कि पडरौना, कसया, तमकुही, हाटा, खड्डा, कप्तानगंज समेत जिले के अन्य क्षेत्रों में आय से अधिक संपत्ति और टैक्स चोरी के साथ साथ विगत दस से पन्द्रह वर्षो मे करोड़पति बने व्यापारियों पर प्रवर्तन निदेशालय की नजर है। ऐसे व्यवसायी ईडी के राडार पर है आने वाले दिनो में ईडी कभी भी जिले मे दस्तक दे सकती है।

🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य 

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News