हाजीपुर में भाकपा माले का बड़ा प्रदर्शन: गरीबों के अधिकार की मांग
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।
हाजीपुर में भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सदर प्रखंड मुख्यालय पर एक विशाल धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन गरीबों के अधिकारों की मांग को लेकर आयोजित किया गया था। कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। इस धरने में शामिल लोगों ने आय प्रमाण पत्र बनाने, लघु उद्यमी योजना के तहत आर्थिक सहायता देने, आवासीय जमीन और पक्का मकान देने के वादों को पूरा करने की मांग की। यह प्रदर्शन गरीबों की जरूरतों पर चिताएं डालने के लिए एक बड़ा कदम था।
प्रदर्शन की मुख्य मांगें
धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों ने सरकार से कई प्रमुख मांगें की। जिसमें आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए ऑफलाइन आवेदन पर ध्यान देना, लघु उद्यमी योजना के तहत आर्थिक सहायता देना, तथा गरीबों को आवासीय जमीन और पक्का मकान देने के वादे को पूरा करना शामिल था। इस मामले में, पार्टी के जिला सचिव विशेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने वादों को पूरा करने में असफल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा-जदयू सरकार के मुखिया बिहार के गरीबों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जीविका से जुड़ी समस्याएं
हाजीपुर में धरने के दौरान यह भी उठाया गया कि जीविका से जुड़ी दिदिया, जिन्हें लखपतियां बनने का आश्वासन दिया गया था, क्यों आत्महत्या कर रही हैं? यह एक गंभीर मुद्दा है, जिसे मुख्यमंत्री को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि जब तक महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला सम्मान निधि योजना के तहत आर्थिक सहायता नहीं मिलेगी, तब तक स्थिति में सुधार नहीं होगा।
जुमलेबाजी का आरोप
विशेश्वर प्रसाद यादव ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के वादे जुमलेबाजी बनकर रह गए हैं, जैसे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए 15 लाख रुपये देने का दावा। उन्होंने कहा कि अब बिहार के गरीब यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि सरकार सिर्फ जुमले देती है। धरने में उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे भाकपा-माले द्वारा 9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में आयोजित “बदलो बिहार महाजुटान” का भाग बनेंगे।
पार्टी नेताओं की उपस्थिति
धरना-प्रदर्शन में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे, जिनमें सुरेंद्र प्रसाद सिंह, रामबाबू भगत, मजिंदर शाह और अन्य ने संबोधित किया। उन्होंने सबको एकजुट होकर अपनी आवाज उठाने की अपील की। उन्होंने बताया कि आज की यह एकता ही अगली पीढ़ी के लिए उम्मीद की किरण है।
हाजीपुर में आयोजित यह धरना-प्रदर्शन सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं है, बल्कि यह गरीबों की आवाज को उठाने का एक बहुत बड़ा मंच है। यह दिखाता है कि आस-पास की समस्याओं के प्रति जन जागरूकता कितनी महत्वपूर्ण है। भाकपा माले ने स्पष्ट किया है कि वह भविष्य में भी गरीबों की भलाई के लिए संघर्ष करती रहेगी। यह धरना उन सभी के लिए एक सबक है जो सोचते हैं कि नेताओं के वादे हमेशा जुमले रहते हैं। अगर समाज एकजुट होकर अपनी आवाज नहीं उठाएगा, तो उसकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। हाजीपुर में उठी यह आवाज निश्चित रूप से एक नई शुरुआत का संकेत है, जो अन्य जगहों पर भी प्रेरणा दे सकती है।