National-122 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में बिजनेसमैन की हुई गिरफ्तारी, मुंबई पुलिस का बड़ा एक्शन – #INA

New India Cooperative Bank Scam : मुंबई पुलिस ने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में व्यापारी जावेद आजम को गिरफ्तार किया है। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने उन्हें सोमवार रात हिरासत में लिया। अब तक इस केस में सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि जावेद आजम को गिरफ्तार आरोपी उन्नतान अरुणाचलम के जरिए 18 करोड़ रुपये मिले थे। आजम, इलेक्ट्रिकल सामान का कारोबार करते हैं।
बैंक घोटाले में सातवीं गिरफ्तारी
अधिकारी ने बताया कि, बिजली के सामान के कारोबारी उन्नाथन अरुणाचलम भी जावेद आजम के संपर्क में थे। जांच में पता चला है कि उन्नाथन और उनके पिता मनोहर अरुणाचलम ने बैंक से 33 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
122 करोड़ का है घोटाला
जानकारी के मुताबिक, इस घोटाले के मुख्य आरोपी बैंक के पूर्व महाप्रबंधक हितेश मेहता ने 2019 में मनोहर अरुणाचलम को 15 करोड़ रुपये दिए थे। इसके बाद उनके ऑफिस में 18 करोड़ रुपये पहुंचे, जो बाद में जावेद आजम को सौंप दिए गए। मुंबई पुलिस के मुताबिक, न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक के प्रभादेवी और गोरेगांव ब्रांच की तिजोरियों से 122 करोड़ रुपये गायब कर दिए गए। इस घोटाले में कुछ और लोग भी आरोपी हैं, जिनमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष हिरेन भानु और उनकी पत्नी, पूर्व उपाध्यक्ष गौरी भानु शामिल हैं। ये दोनों घोटाले के सामने आने से पहले ही विदेश भाग गए थे।
हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट
पिछले हफ्ते मुंबई पुलिस ने मुख्य आरोपी हितेश मेहता का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया था, जिसे झूठ पकड़ने वाला टेस्ट भी कहा जाता है। यह टेस्ट शहर के कलीना इलाके में स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में किया गया था। आर्थिक अपराध शाखा के सूत्रों के मुताबिक, पॉलीग्राफ टेस्ट के नतीजों से मेहता के जवाबों में गड़बड़ी के संकेत मिले हैं। अधिकारी ने बताया कि पुलिस अब घोटाले से जुड़े लेन-देन और इसमें शामिल अन्य लोगों की जांच कर रही है। आगे की जांच में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
122 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में बिजनेसमैन की हुई गिरफ्तारी, मुंबई पुलिस का बड़ा एक्शन
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on hindi.moneycontrol.com, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,