एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ) के मनोविज्ञान विभाग के चेयरमैन और प्रोफेसर के मध्य पिछले दिनों हुई मारपीट के मामले में प्रोफेसर ने एसएसपी के निर्देश पर चेयरमैन के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर एसएम खान ने दर्ज कराई रिपोर्ट में विभाग के अध्यक्ष प्रो. शाह आलम को आरोपी बनाया है।
आरोप है कि 21 नवंबर 2024 को चेयरमैन ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया और अंदर आने पर निर्देशित किया कि वे अपने रिसर्च स्कालर छात्र को अनुसंधान सलाहकार समिति की बैठक में बुला लें। पूर्व में यह समिति तीन बार स्थगित हो चुकी है। जब उन्होंने कार्यालय कर्मी के जरिये छात्र को आमंत्रित करने का सुझाव दिया तो चेयरमैन भड़क गए और भद्दे शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां दीं। विरोध करने पर मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए। अन्य स्टाफ व शिक्षकों ने यह पूरा घटनाक्रम देखा।
आरोप है कि जब से वह चेयरमैन बने हैं, तभी से उनका रवैया उनके प्रति शत्रुता का है। वे सिर्फ संस्थान हित में इसे टालते रहते हैं। इसकी सूचना कुलपति व प्रॉक्टर को भी दी गई। मुकदमे में कहा है कि क्योंकि चेयरमैन उन पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इसी क्रम में 22 नवंबर को कुछ लोगों को उन्होंने कार्यालय में संदिग्ध रूप से घूमते भी देखा। अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए चेयरमैन प्रो. शाह आलम जिम्मेदार होंगे।
अंत में उन्होंने एएमयू इंतजामिया व जिला प्रशासन से सुरक्षा मांगी है। अन्यथा की स्थिति में कैंपस में अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति मांगी है। सीओ सिविल लाइंस अशोक कुमार के अनुसार मामले में मारपीट व धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ) के मनोविज्ञान विभाग के चेयरमैन और प्रोफेसर के मध्य पिछले दिनों हुई मारपीट के मामले में प्रोफेसर ने एसएसपी के निर्देश पर चेयरमैन के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर एसएम खान ने दर्ज कराई रिपोर्ट में विभाग के अध्यक्ष प्रो. शाह आलम को आरोपी बनाया है।
आरोप है कि 21 नवंबर 2024 को चेयरमैन ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया और अंदर आने पर निर्देशित किया कि वे अपने रिसर्च स्कालर छात्र को अनुसंधान सलाहकार समिति की बैठक में बुला लें। पूर्व में यह समिति तीन बार स्थगित हो चुकी है। जब उन्होंने कार्यालय कर्मी के जरिये छात्र को आमंत्रित करने का सुझाव दिया तो चेयरमैन भड़क गए और भद्दे शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां दीं। विरोध करने पर मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए। अन्य स्टाफ व शिक्षकों ने यह पूरा घटनाक्रम देखा।
आरोप है कि जब से वह चेयरमैन बने हैं, तभी से उनका रवैया उनके प्रति शत्रुता का है। वे सिर्फ संस्थान हित में इसे टालते रहते हैं। इसकी सूचना कुलपति व प्रॉक्टर को भी दी गई। मुकदमे में कहा है कि क्योंकि चेयरमैन उन पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इसी क्रम में 22 नवंबर को कुछ लोगों को उन्होंने कार्यालय में संदिग्ध रूप से घूमते भी देखा। अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए चेयरमैन प्रो. शाह आलम जिम्मेदार होंगे।
अंत में उन्होंने एएमयू इंतजामिया व जिला प्रशासन से सुरक्षा मांगी है। अन्यथा की स्थिति में कैंपस में अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति मांगी है। सीओ सिविल लाइंस अशोक कुमार के अनुसार मामले में मारपीट व धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।