CG News: Laddu Auction: रायपुर में 5 किलो के लड्डू की 2.31 लाख में नीलामी, आखिर किस वजह से हैं ये खास?- #INA
लड्डू की निलामी में भाग लेते लोग.
छत्तीसगढ़ में पांच किलो के लड्डू की नीलामी किए जाने का अनोखा मामला सामने आया है. 10 हजार रुपए से शुरू हुई नीलामी 2 लाख 31 हजार रुपए में खत्म हुई. नीलामी के इस लड्डू को ‘कुबेर का लड्डू नाम दिया गया है. दरअसल, आपने अब तक किसी घर, गाड़ी या एंटीक सामानों की नीलामी के बारे में सुना होगा, लेकिन राजधानी रायपुर के डीडीयू नगर के शबरी कन्या आश्रम में पांच किलो लड्डू की नीलामी की गई.
इस नीलामी का मकसद नॉर्थ-ईस्ट के जनजातीय राज्यों की बच्चियों की शिक्षा और पोषण के लिए फंड जुटाना था. वहीं रायपुर के ही व्यवसायी आत्मबोध अग्रवाल ने सर्वाधिक बोली लगाकर बूंदी के लड्डू को खरीदा. दरअसल, वनवासी विकास समिति द्वारा इस अनोखी परंपरा की शुरुआत 32 साल पहले की गई थी.
लड्डू को नीलाम करने की परंपरा
साल 1993 में शुरू की गई लड्डू की नीलामी की मुख्य वजह आश्रम की आर्थिक परेशानी को दूर करना था. महाराष्ट्र की माधवी जोशी द्वारा असम से आठ बच्चियों को यहां लाकर 1984 में किराए के मकान में आश्रम शुरू किया, जिसे आर्थिक तंगी के कारण बंद करने की नौबत आ गई. बताया जा रहा है कि पहली नीलामी में 50 हजार रुपए जुटाए गए थे. साथ ही लड्डू खरीदने वाले को आयकर की धारा 80-जी के तहत छूट मिलती है.
यही वजह है कि नीलामी की इस परंपरा को लोगों का समर्थन भी मिलना शुरू हुआ. राजधानी में आज कुबेर के लड्डू की नीलामी का सिलसिला दोपहर 1.45 बजे शुरू हुआ, जिसमें पहली बोली 10 हजार रुपए की लगी. अंतिम बोली 2 लाख 31 हजार के साथ तीन बजे नीलामी बंद हुई. इसमें कई राज्यों के बड़े-बड़े लोग शामिल हुए. झारखंड के चतरा से कौशल्या देवी ने भी मोबाइल पर 59,100 रुपए की बोली लगाई. इस बार 80 लोगों ने बोली में भाग लिया.
किन राज्यों की बच्चियां कर रहीं पढ़ाई?
शबरी कन्या आश्रम में असम के अलावा मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की बच्चियां पढ़ाई करती हैं. अब तक यहां से लगभग दो हजार बच्चियां पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं. इनकी पढ़ाई और रहने-खाने पर होने वाले खर्च में नीलामी की राशि की बड़ी भूमिका है. समिति के सचिव डॉ. अनुराग जैन ने बताया कि वर्तमान में 43 बच्चियां यहां रह कर पढ़ाई कर रही हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि संस्था के सहयोगियों और दानदाताओं के लिए पारिवारिक मिलन की तरह कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इसमें कोई भी व्यक्ति सहयोग की भावना से शामिल हो सकता है. इसके लिए समिति के कार्यकर्ता नीलामी में आए सभी लोगों को एक-एक पर्ची देते हैं, जिसमें लोग अपना नाम, पता और राशि भरकर वापस देते हैं, जिसकी पर्ची की रकम सबसे अधिक होती है. एंकर द्वारा उसे एनाउंस कर बताया जाता है.
Laddu Auction: रायपुर में 5 किलो के लड्डू की 2.31 लाख में नीलामी, आखिर किस वजह से हैं ये खास?
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,