मुख्यमंत्री जी। रसूखदार नंदलाल के आगे पीडित के जुबान पर लगा ताला

🔴 आयुष्मान कार्ड पर फर्जी आपरेशन का मामला रसूख और धनबल के दम पर किया मैनेज
कुशीनगर। बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के संचालक नंदलाल कुशवाहा ने अपने रसूख व धनबल के दम पर आयुष्मान कार्ड पर बुद्धा हास्पिटल द्वारा किये गये कृष्णा वर्मा का फर्जी आपरेशन की चल रही जांच को मैनेज कर लिया है। बताया जाता है कि नंदलाल के रसूख के प्रभाव में आकर कृष्णा ने जांच अधिकारियों के सामने बुद्धा हास्पिटल के संचालक व आपरेशन करने वाले डाक्टर को बचाने के लिए अपना बयान बदल दिया जबकि बुद्धा हास्पिटल व चिकित्सक के खिलाफ कृष्णा द्वारा मीडिया को उपलब्ध कराये गये हास्पिटल के दस्तावेज व शिकायती पत्र के साथ कैमरा पर दिये गये बयान का वीडियो साक्ष्य के तौर पर सुरक्षित है जो पूर्व में प्रकाशित खबरो के साथ भी अटैच रहा है। सूत्रो का दावा है कि कृष्णा के आयुष्मान कार्ड पर बुद्धा हास्पिटल ने लाखो रुपये भुगतान लिया है। बुद्धा हास्पिटल ने आयुष्मान भारत योजना को अपने कमाई का जरिया बनाया है।
बतादे कि बीते दिनो एक अखबार के स्ट्रींग आपरेशन मे पडरौना के एक चिकित्सक द्वारा आयुष्मान कार्ड पर फर्जी आपरेशन कर सरकारी धन का बंदरबांट करने का वीडियो वायरल हुआ था जिसको शासन ने संज्ञान लिया और जांच पड़ताल हुई थी। स्मरण रहे कि उस वीडियो मे फर्जी तरीके से आपरेशन करने की महज बात कही गयी थी, फर्जी आपरेशन किया नही गया था जबकि बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के संचालक नंदलाल कुशवाहा व चिकित्सक डाॅ. अंशुमान पाण्डेय के मिलीभगत से जून-2024 में कृष्णा वर्मा की आयुष्मान कार्ड पर फर्जी आपरेशन किया गया था। फर्जी आपरेशन का मतलब यह है कि बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर पर चिकित्सक डाॅ. अंशुमान पाण्डेय ने कृष्णा का पेट तो चीरा, किन्तु बिना पित्त की थैली और पथरी निकाले ही आपरेशन सफल दिखाकर कृष्णा की जिन्दगी को सासत मे डाल दिया। सूत्र बताते है कि हास्पिटल प्रशासन द्वारा कृष्णा के परिजनों को किसी अन्य व्यक्ति का पित्त की थैली व पथरी दिखाकर जहां उन्हें झासा दिया वही कृष्णा के आयुष्मान कार्ड पर लाखो रुपये का भुगतान करा लिया गया है।
🔴तो फिर कृष्णा पर होनी चाहिए कार्रवाई
काबिलेतारीफ है कि वर्ष – 2024 के जून माह के प्रथम सप्ताह मे बुद्धा हास्पिटल पर डाॅ. अंशुमान पाण्डेय ने कृष्णा वर्ना का आपरेशन किया था।। कुछ दिनो के बाद जब कृष्णा के पेट मे पहले की तरह दर्द हुआ तो वह सरकारी हास्पिटल के चिकित्सक के सलाह पर दोबारा अल्ट्रासाउंड कराया और यह जानकर भौचक रह गया कि उसके पेट मे पथरी व पित्त की थैली जस के तस है। बीते दिनो कृष्णा ने यह जानकारी कैमरा के सामने मीडिया को दी थी। इतना नही कृष्णा ने बुद्धा हास्पिटल में हुए इलाज और आपरेशन से संबंधित साक्ष्य भी मीडिया को उपलब्ध कराया है। कृष्णा ने ही बताया कि बुद्धा हास्पिटल के खिलाफ समाचार प्रकाशित होने के बाद हास्पिटल के संचालक व चिकित्सक ने अप्रैल माह मे उसका दोबारा गोरखपुर मे आपरेशन कराया है। ऐसे में सवाल यह है कि जांच अधिकारियों के सामने कृष्णा ने झूठ क्यो बोला? कही बुद्धा हास्पिटल के संचालक नंदलाल कुशवाहा के रसूख से कृष्णा व उसके परिजन डर तो नही गये? या फिर नंदलाल ने अपने धनबल के दम पर कृष्णा का मुह बंद कर दिया। सूत्र बताते है कि मीडिया ने जब कृष्णा द्वारा उपलब्ध कराये गये साक्ष्य व कैमरा पर कृष्णा की आपबीती सुनने के बाद 15/16 अप्रैल – 2025 को ” बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर का कारनामा: पेट चीरा लेकिन नही निकाला पथरी और पित्त की थैली ” शीर्षक से पहली खबर प्रकाशित किया तो बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के संचालक , पीडित कृष्णा के परिजनों से संपर्क कर उन्हे मोटी रकम देने का झासा देकर दोबारा आपरेशन कराने के लिए संपर्क साधा। इसके बाद कृष्णा का दोबारा गोरखपुर मे आपरेशन कराकर बीस हजार रुपये दिये। सूत्रो के इस दावे में कितनी सच्चाई है यह निष्पक्ष जांच का विषय है। लेकिन जांच अधिकारियों के सामने कृष्णा द्वारा झूठ बोलना अपने आप मे रहस्य है। जांच अधिकारियो के सामने कृष्णा का दिया हुआ बयान अगर सही है तो फिर बुद्धा हास्पिटल के खिलाफ मीडिया को उपलब्ध कराये गये साक्ष्य और कैमरा के सामने सुनाई गयी आपबीती क्या था? बेशक। बुद्धा हास्पिटल मे कृष्णा के किये गये आपरेशन से संबंधित दस्तावेज जो कृष्णा ने मीडिया को उपलब्ध कराया है और अपनी आपबीती कैमरे पर सुनाई है वह कही से भी गलत नही है। ऐसे मे जांच अधिकारियों के सामने कृष्णा का बयान बदलना एक अपराधिक कृत्य के श्रेणी आता है इस लिए अपराध को छिपाने, फर्जी आपरेशन जैसे भ्रष्टाचार को बढावा देने व हास्पिटल द्वारा सरकारी धन का बंदरबांट करने मे मौन स्वीकृति प्रदान करने के आरोप में कृष्णा के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिये ऐसा विधि विशेषज्ञों का कहना है।
🔴कृष्णा के आयुष्मान का पर हुए भुगतान की होनी चाहिए जांच
विभाग से जुडे लोगो व सूत्रो का कहना है कि बुद्धा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर द्वारा कृष्णा के पथरी के किये गये आपरेशन में कृष्णा के आयुष्मान कार्ड पर बुद्धा हास्पिटल ने लाखो रुपये का भुगतान लिया है। सूत्रो के दावे मे कितनी सच्चाई है यह कृष्णा के आयुष्मान कार्ड पर किये भुगतान की निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। ऐसे मे कृष्णा के आयुष्मान कार्ड की जांच भी जरूरी है।
🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य