China-Taiwan Tensions: क्या है एनाकोंडा स्ट्रेटजी, जिसे ताइवान के खिलाफ अपना रहा चीन, आप भी जरूर सीखें क्योंकि… #INA
China-Taiwan Tensions: चीन ताइवन के बीच वर्षों से टकराव जारी है. बीते कुछ महीनों में चीन ने ताइवान के खिलाफ उकसावे भरी कई कार्रवाइयां की हैं. वो ताइवान में बार-बार घुसपैठ करने से बाज नहीं आ रहा है. गुरुवार को भी 20 चीनी विमान और 8 नौसैनिक जहाज ताइवान के क्षेत्र में पाए गए. जवाब में हर बार की तरह ताइवान ने अपनी सुरक्षा को बढ़ा दिया. कुछ एक्सपर्ट चीन की इन हरकतों को एनाकोंडा स्ट्रेटजी बता रहे हैं, आइए जानते हैं ये क्या है और इसे आपको क्यों सीखना जरूरी है.
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ताइवान ने बढ़ाई सुरक्षा
ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इस घुसपैठ की जानकारी दी. ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर लिखा, ‘गुरुवार सुबह 6 बजे (UTC+8) तक ताइवान के आसपास 20 PLA विमान और 8 PLAN जहाजों को देखा गया. इनमें से 20 विमान मध्य रेखा को पार करके ताइवान के मध्य और दक्षिण-पश्चिमी ADIZ में घुस गए. हमने स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उसके अनुसार कार्रवाई करने को तैयार हैं.’
20 PLA aircraft and 8 PLAN vessels operating around Taiwan were detected up until 6 a.m. (UTC+8) today. 20 of the aircraft crossed the median line and entered Taiwan’s central and southwestern ADIZ. We have monitored the situation and responded accordingly. pic.twitter.com/MzJIfWqdZm
— 國防部 Ministry of National Defense, ROC(Taiwan) 🇹🇼 (@MoNDefense) October 17, 2024
क्या है एनाकोंडा स्ट्रेटजी?
एनाकोंडा स्ट्रेटजी एक सैन्य रणनीति है, जिसे अमेरिकन सिविल वॉर के दौरान बनाया गया था. इस सैन्य रणनीति को एनाडोंका स्ट्रेजजी इसलिए नाम दिया गया है, क्योंकि जिस तरह से एनाकोंडा सांप अपने शिकार के चारों ओर लिपट जाता है और उसका दम घोंट देता है. उसी तरह इस रणनीति का मकसद सीधे और बड़े पैमाने पर युद्ध के बिना दुश्मन को अधीनता में लाना है.
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चीन की ‘एनाकोंडा रणनीति’
चीन की ताइवान के चारों की गतिविधि देखें तो वो एनाकोंडा स्ट्रेटजी से मिलती-जुलती है. चीन बड़े पैमाने पर युद्ध के बजाय अपनी गतिविधियों से ताइवान की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए दबाव का इस्तेमाल कर रहा है. इसके पीछे उसका मकसद एकदम साफ है कि सीधे युद्ध के बिना ताइवान को सरेंडर के लिए मजबूर करना है. इसके तहत चीन की ओर से ताइवान के खिलाफ अपनाई गई रणनीतियां इस प्रकार हैं-
1. सैन्य घेराव
चीन लगातार ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में हवाई घुसपैठ कर रहा है. उसकी ये हरकतें समय के साथ बढ़ती जा रही हैं. चीनी नौसैनिक जहाज ताइवान के चारों ओर जलीय सीमा में भी घुसपैठ कर रहे हैं ताकि उसकी नाकाबंदी की जा सके.
2. मनोवैज्ञानिक युद्ध
चीन ताइवान के दिमाग से भी खेल रहा है. उकसावे भरी कार्रवाईं कर वह ताइवान की सेना और वहां के लोगों के दिलो-दिमाग में डर और थकान का माहौल बनाना.
3. साइबर युद्ध
चीन ने ताइवान के खिलाफ साइबर वार भी छेड़ रखा है. साइबर घुसपैठ के जरिए से चीन ताइवान के बुनियादी ढांचे पर लगातार हमला कर रहा है. इसके पीछे उसका मंसूबा ताइवानी सरकारी प्रणालियों को बाधित करना और गलत सूचना फैलाना है.
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एनाकोंडा रणनीति की सीखना क्यों जरूर?
सूचना सिर्फ खबर नहीं होती है, वो एक ऐसी ताकत होती है जो हमें विपरित परिस्थितियों से निपटने में काम आती हैं, इसलिए कहा भी जाता है कि सीखाना कभी बेकार नहीं जाता है. एनाकोंडा रणनीति एक अहम रणनीति है, जिसके बारे में आपको सीखना इसलिए जरूरी है, क्योंकि न जाने कब आपको भी इसका इस्तेमाल करना पड़ जाए.
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