जिम्मेदारो के सह पर कम्पोजिट दुकान बना अवैध माडलशाॅप

🔵कम्पोजिट दुकानों पर बैठाकर पिलाने के एवज में आबकारी विभाग वसूलता है मोटी रकम
🔴सरकारी नियमों की खुलेआम उडायी जा रही हो धज्जियाँ
कुशीनगर। जिला आबकारी अधिकारी व आबकारी निरीक्षक के सह पर पडरौना नगर सहित जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित अधिकांशतः कम्पोजिट दूकानों पर आबकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। नतीजतन जिम्मेदारो के संरक्षण मे तमाम कम्पोजिट दुकानो को अवैध तरीके से ” मॉडल शॉप” बनाकर चिखना के साथ शराब परोसी जा रही। एक बानगी के तौर पर खिरकिया स्थित कम्पोजिट (अंग्रेजी व बीयर) शाॅप को अवैध ” मॉडल शॉप” के रुप में कभी भी देखा जा सकता है।
बेशक! पडरौना नगर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अंग्रेजी व बीयर की एक साथ संचालित कम्पोजिट दुकानो में अनुज्ञापियो द्वारा खुलेआम आबकारी नियमों को रौंदा जा रहा है। कहना ना होगा कि कम्पोजिट दुकानों पर मॉडल शॉप की तरह बकायदे टेबल-कुर्सी लगाकर ग्राहको को वहा बैठाकर चिखना और शराब परोसी जा रही है जो नियम विरुद्ध है। सूत्रो का कहना है कि नियम विरुद्ध यह कृत्य जिला आबकारी अधिकारी व आबकारी निरीक्षक के संरक्षण मे फलफूल रहा है और इसके बदले मे अनुज्ञापियो द्वारा इन साहबों को मोटी रकम दी जाती है। यहां बताना जरूरी है कि किसी भी कम्पोजिट दुकानों पर ग्राहको को बैठाकर दारू पिलाने का न तो कोई नियम व गाइडलाइन है और न ही कोई व्यवस्था। यहा किसी भी सूरत मे बैठकर कोई शराब नही पी सकता है। ग्राहको को बैठकर पीने की व्यवस्था सिर्फ माडलशाॅप मे दी गयी है। बावजूद इसके खिरखिया,मिश्रौली,रवीन्द्रनगर, बावली चौक आदि कम्पोजिट दुकानों पर दिनभर बैठकर पीने वाले लोगो का जमावड़ा लगा रहता है जिसके वजह से कम्पोजिट दुकानों के ईर्द-गिर्द का माहौल हमेशा संवेदनशील बना रहता है। कम्पोजिट दुकानों के अगल-बगल के दुकानदारों का कहना है कि दुकानों पर बैठकर खुलेआम शराब पीने के कारण नगर का वातावरण दूषित हो रहा है। इस पर विभाग को तत्काल रोक लगानी चाहिए।
🔴कम्पोजिट दुकान संचालित करने का नियम
बतादे कि सरकार की नई आबकारी नीति के तहत कंपोजिट दुकानें बनाई गई हैं जहां अंग्रेजी शराब, बीयर और वाइन की बिक्री कम्पोजिट दुकानों करने की व्यवस्था की गयी है। मतलब यह कि इन दुकानों पर शराब बेचने की अनुमति है, लेकिन पीने की अनुमति नहीं है। जानकार बताते है कि यदि कोई व्यक्ति बैठकर शराब पीना चाहता है, तो उसे “मॉडल शॉप” में जाना होगा, जो कि एक अलग प्रकार की दुकान है जहां बैठकर शराब पीने की अनुमति है। मॉडल शॉप में शराब पीने के लिए अलग से शुल्क देना पड़ता है। जानकारों का कहना है किउ त्तर प्रदेश में कंपोजिट दुकानों का उद्देश्य शराब की बिक्री को एक ही जगह पर केंद्रित करना है, न कि शराब पीने की सुविधा प्रदान करना। कंपोजिट दुकानों का खुलने का समय सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक है।
🔴 जिला आबकारी अधिकारी बोले
इस संबंध में जब जिला आबकारी अधिकारी सुभाष चंद्र से बातचीत की गयी तो उन्होने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कम्पोजिट दुकानों पर बैठाकर शराब पिलाने का कोई नियम नही है अगर कोई अनुज्ञापी ऐसा करता है तो वह नियम विरुद्ध है उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जायेगी। उन्होने कहा कि बैठाकर अंग्रेजी शराब व बीयर पिलाने का नियम ” मॉडल शॉप” में है।
🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य