देश – रिटायर्ड टीचर, कर्मचारी और कारोबारी से 75 लाख ठगे, महिला टीचर को डिजिटली अरेस्ट कर डराया – #INA
Ghaziabad News :
साइबर ठगी के तीन अलग अलग मामलों में 75 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। शालीमार गार्डन निवासी रिटायर्ड टीचर ने मनी लॉड्रिंग के नाम पर धमकाकर 35 लाख रुपये ऐंठ लिए जबकि इंदिरापुरम निवासी एक रिटायर्ड कर्मचारी और राजेंद्र निवासी कारोबारी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी हुई। तीन मामलों पीड़ितों की तहरीर पर साइबर थाने में मुकदमें दर्ज हुए हैं, पुलिस मामलों की जांच कर रही है।
बैंक भेजकर आरटीजीएस कराई रकम
साइबर क्रिमिनल्स से मनी लॉड्रिंग के केस में फंसने का डर दिखाकर रिटायर्ड महिला टीचर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया और 35 लाख रुपये ऐंठ लिए। रिटायर्ड टीचर से यह राशि बैंक भेजकर आरटीजीएस कराई गई। मामला 15 दिन पुराना है, पीड़िता ने अब साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 67 वर्षीय रिटायर्ड टीचर का कहना है कि उनके पति की मौत हो चुकी है। आमदनी का कोई जरिया नहीं है, वह इस राशि पर बैंक से मिलने वाले ब्याज के पैसे से ही गुजर बसर कर रही थीं।
शालीमार गार्डन की रहने वाली हैं पीड़िता
शालीमार गार्डन में रहने वाले रिटायर्ड टीचर आशा कपूर ने साइबर थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि 20 नवंबर की सुबह उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से कॉल आई थी। कॉलर ने बताया कि आप के खिलाफ 143 शिकायते हैं। दो घंटे में आपका फोन बंद हो जाएगा और आपको गिरफ्तार कर मुंबई लाया जाएगा। पूजा मात्रेय ने तीन करोड़ रुपये की मनी लॉड्रिंग का 10 प्रतिशत आपके बैंक खाते में भेजा है। रिटायर्ड इतने गंभीर आरोप सुनकर डर गईं।
गिरफ्तारी से बचना है तो जांच में मदद करो
कॉलर ने आशा कपूर से कहा गिरफ्तारी से बचना है जांच में मदद करो। जांच को तैयार हो तो आपकी कॉल जांच अधिकारी को भेज देते हैं। डरी सहमी आशा कपूर ने हां कही, और कॉल संजय नाम के कथित अधिकारी के पास ट्रांसफर हो गई। संजय ने महिला से उनके बैंक खाते, आधार कार्ड और पैन कार्ड की जानकारी ले ली, साथ ही कहा कि आप भली महिला लग रही हैं, इसलिए आपकी जांच आगे बढ़ा रहा हूं। उम्मीद है कि आप पूरी इमानदारी से सब कुछ सच बताएंगी। संजय ने उसके बाद बैंक अधिकारी बताते हुए किसी गणेश सर के पास कॉल ट्रांसफर कर दी। गणेश ने महिला से कहा कि संजय ने आपके बारे में बताया है कि आप जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। जांच के लिए आपकी रिक्वेस्ट आरबीआई को भेज रहे हैं, ध्यान रखना, कुछ भी छिपाना नहीं है। अच्छे से जांच में सहयोग करेंगी तो आप परेशा नी से बच जाएंगी।
21 नवंबर को आई वीडियो कॉल
आशा कपूर के मोबाइल पर 21 नवंबर को वीडियो कॉल आई। किसी बड़े दफ्तर नजर स्क्रीन पर था। कॉलर ने खुद को आरबीआई से विजयन बताया और कहा कि आप अभी अपने बैंक जाइये और खाते में जो पैसे हैं उन्हें आरटीजीएस कर दीजिए। जांच के बाद सारे पैसे वापस आपके खाते में भेज दिए जाएंगे, साथ में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का खाता नंबर भी दिया गया। महिला ने वैसा ही किया और बैंक पहुंचकर 35 लाख बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद कॉल कट गई। महिला कई दिन तक यही उम्मीद करती रही कि जांच पूरी होने पर बैंक में पैसा वापस आएगा, फिर उन्हें अपने हुई ठगी का अहसास हुआ और साइबर थाने में जाकर तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 18 लाख ठगे
इंदिरापुरम में रहने वाले कृषि विभाग के रिटायर कर्मचारी से साइबर क्रिमिनल्स ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 18 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित पुष्कर राज ने साइबर थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि अक्टूबर माह में उनके मोबाइल पर अनीता नाम की महिला की कॉल आई थी। अनीता ने खुद को समूह मास्टर ट्रस्ट सर्विसेज से बताते हुए कहा कि शेयर ट्रेडिंग कर आप घर बैठे अच्छी कमाई कर सकते हैं। आरोप है कि 20 दिन में अलग- अलग बैंक खातों में निवेश के नाम पर कभी किसी ओर बहाने कुल 18 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।
कारोबारी से ठगे 12 लाख रुपये
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ही राजेंद्र नगर निवासी कारोबारी रवि कुमार उपाध्याय के साथ भी ठगी कर ली गई। साइबर थाना पुलिस को दी गई तहरीर में रवि ने बताया है कि उन्हें शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर 600 प्रतिशत मुनाफे का लालच दिया गया था। कॉलर ने रवि को पहले एक ग्रुप में ट्रेडिंग योजना से जोड़ा, जहां उन्हें आरोही शर्मा ने बताया कि कैसे तमाम लोग ट्रेडिंग के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं, समझाने के लिए बाकायदा डेटा शेयर किया गया। आरोही के कहने पर उन्होंने 18 अक्टूबर को निवेश के लिए बताए गए खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया। उसके बाद आरोही ने अलग अलग बहाने से 12.30 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। बाद में उन्हें ठगी की जानकारी हुई तो पुलिस को शिकायत दी।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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