देश – गाजियाबाद की बेटी ने फिर साबित किया, “होनहार बिरवान के होत चिकने पात,” जानिए डा. आंचल चौधरी के बारे में – #INA

Ghaziabad News :
“होनहार बिरवान के होत चिकने पात” हिंदी भाषा के इस बेहद लोकप्रिय मुहावरे को गाजियाबाद की बेटी डा. आंचल चौधरी ने एक बार फिर सच कर दिखाया, बल्कि यूं कहा जाए कि आंचल के शैक्षणिक सफर ने हर कदम पर इस मुहावरे को साकार किया। अब आंचल चौधरी ने एमपीटी (मास्टर इन फिजियोथेरेपी) में 94 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया है। भाजपा के महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी की बेटी आंचल बचपन से ही अच्छे संस्कार प्राप्त करते हुए हमेशा शिक्षा और कला के क्षेत्र में अव्वल मुकाम हासिल करती रहीं। कड़ी मेहनत करते हुए कक्षा में अव्वल आना तो मानों पूरे शैक्षणिक सफर के दौरान उनका जुनून रहा।
आंचल को कला विरासत में मिली
बचपन से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई के दौरान हमेशा कक्षा में अव्वल रहते हुए आंचल ने अपने कला कौशल को भी बरकरार रखा। वैसे चित्रकला तो उन्हें विरासत में अपने पिता प्रदीप चौधरी से मिली है। बेटी ने भी कला को अपनी हॉवी बनाया और इस हुनर को भी धार दी। आंचल के पिता ऑयल कैनवास और वॉटर कलर पेंटिंग में पारंगत चित्रकार हैं। उन्होंने मास्टर ऑफ आर्ट में आगरा यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल की थी।
चिकित्सा शिक्षण क्षेत्र में जाना चाहती हैं
आंचल चिकित्सा शिक्षण क्षेत्र में जाना चाहती हैं। उन्होंने बीपीटी की पढ़ाई हेतु आईटीएस मेडिकल कॉलेज, मुरादनगर में दाखिला लिया और गोल्ड मेडिलिस्ट सूची में शामिल होकर न केवल परिवार का नाम रोशन किया बल्कि सहपाठियों के लिए भी प्रेरणा बनीं। उसके बाद आंचल ने गाजियाबाद के जिला एमएमजी हॉस्पिटल से छह माह की इंटर्नशिप पूरी की और फिर शिक्षण के क्षेत्र में जाने के लक्ष्य के साथ एमपीटी आर्थो की पढ़ाई जारी रखी। अपनी पढ़ाई के साथ साथ आंचल दिल्ली के प्रतिष्ठित हॉस्पिटल के अलावा गाजियाबाद के भी एक प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में बतौर सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
एक साथ मिली डबल खुशी
25 नवंबर, 2024 को आंचल चौधरी ने सुमित मलिक संग परिणय सूत्र में बंधकर वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। अभी दोनों परिवार इन खुशियों को सहेजने में ही लगे थे कि 14 दिसंबर को एक और खुशी की खबर आ गई। आंचल ने एमपीटी आर्थो में अव्वल आकर एक और खुशी दोनों परिवारों के आंचल में डाल दी। वह हमेशा की तरह इस बार भी टॉपर रहीं। आंचल आगे भी पढ़ाई जारी रखेंगी और अपने समाज के बेटे- बेटियों के लिए प्रेरणा बनती रहेंगी, आंचल के पिता को ऐसी आस है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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