देश- Jammu Kashmir: जम्मू के रोहिंग्याओं को मिलता रहेगा पानी, जल मंत्री जावेद अहमद राणा ने केंद्र पर छोड़ा फैसला- #NA
जम्मू कश्मीर के जल मंत्री जावेद अहमद राणा (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं ने दावा किया था कि प्रशासन ने उनकी बिजली और पानी की आपूर्ति रोक दी है. केंद्र शासित प्रदेश के जल मंत्री जावेद अहमद राणा ने शनिवार को कथित तौर पर पानी की आपूर्ति बंद किए जाने पर हैरानी जताई. साथ ही कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों की पानी की आपूर्ति नहीं रोकी जाएगी. मंत्री ने कहा कि मानवीय आधार पर उन्होंने पानी के कनेक्शन बहाल करने के निर्देश दिए हैं.
जम्मू-कश्मीर के जल मंत्री जावेद अहमद राणा ने कहा कि अवैध प्रवासियों की झुग्गियों में पानी की आपूर्ति तब तक नहीं रोकी जाएगी, जब तक केंद्र सरकार उन्हें वापस भेजने के संबंध में कोई फैसला नहीं ले लेती. राणा ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब जम्मू के नरवाल इलाके में 3 प्लॉट पर रह रहे रोहिंग्याओं ने दावा किया था कि प्रशासन ने हाल ही में उनकी बिजली और पानी की आपूर्ति रोक दी है.
‘सरकार अवैध अतिक्रमण से भलीभांति परिचित है’
मंत्री राणा ने एएनआई से कहा, ‘सभी लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है. हम मानवीय आधार पर उन्हें पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे. मैंने पानी के कनेक्शन बहाल करने के निर्देश दिए हैं. जब तक भारत सरकार उनके मुद्दे पर कोई फैसला नहीं ले लेती. मंत्री ने कहा कि वे रोहिंग्याओं को पानी की आपूर्ति रोकने का मुद्दा अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे.
#WATCH | Jammu, J&K: On water and electricity supply to Rohingyas, J&K Minister Javed Ahmed Rana says, “We are duty bound to provide social security to all in a welfare state like ours… On humanitarian grounds, we have to take into account the issues faced by Rohingyas as well. pic.twitter.com/HR3oBe97H6
— ANI (@ANI) December 7, 2024
उन्होंने कहा, ‘सरकार अवैध अतिक्रमण से भलीभांति परिचित है. लेकिन हम अभी किसी को विस्थापित नहीं करेंगे. मैंने संबंधित विभागों को पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए हैं और मुझे यकीन है कि अब तक यह काम हो गया होगा.’ उन्होंने कहा कि किसी को भी पानी की आपूर्ति नहीं रोकी जा सकती. यह सभी के लिए जरूरी है.
जम्मू कश्मीर में 13,700 से अधिक विदेशी नागरिक
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जम्मू कश्मीर में 13,700 से अधिक विदेशी नागरिक हैं. इसमें से अधिकांश रोहिंग्या (म्यांमा से आए अवैध अप्रवासी) और बांग्लादेशी नागरिक हैं. वे जम्मू और अन्य जिलों में बसे हुए हैं. साल 2008 और 2016 के बीच इनकी संख्या में 6,000 से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.
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