Crime- Chandigarh Blast: क्लबों के बाहर बम धमाके करने वाले आरोपियों पर हिसार में भी केस, पुलिस को ऐसे लगी थी भनक -#INA

चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित डि’ओरा व सेविले क्लब के बाहर हुए दो बम धमाकों को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की हिसार में एसटीएफ व चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम सेल टीम के साथ हुई मुठभेड़ के मामले में भी केस दर्ज कर लिया है। 

हिसार एसटीएफ के एएसआई की शिकायत पर दोनों आरोपी अजीत व विनय के खिलाफ आर्म्स एक्ट व हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। दोनों हिसार नागरिक अस्पताल में भर्ती है और चंडीगढ़ क्राइम व आप्रेशन सेल की संयुक्त टीमें अभी वहीं मौजूद है। 
इन दोनों आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गे रणदीप व काला जठेड़ी का नाम भी इस मामले में सामने आया है। करीब एक महीने पहले इन्हें घटना को अंजाम देने के लिए कहा गया था जिसके बाद घटना से करीब चार दिन पहले दोनों आरोपी क्लबों की रेकी करने से लेकर यहां तक आने और भागने वाले रास्तों की प्लानिंग भी करके गए थे। 
रंगदारी मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपी अर्जुन ठाकुर से भी रिमांड में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है। दो दिन का रिमांड खत्म होने के बाद आरोपी को आज फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। 


दप्पर टोल पर मिली थी फर्जी नंबर लगी बाइक

जांच के दौरान पुलिस टीमों को अंबाला हाईवे पर दप्पर टोल प्लाजा के पास से एक बाइक मिली थी जिसका नंबर भी फर्जी निकला था, उसी बाइक पर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में जांच के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई थी जो अलग-अलग एंगल पर काम कर रही थी। इसी कड़ी में अब जांच टीमों के पास सिरसा जिले में हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पहुंची जिसमें बम फेंकने वाले दोनों युवकों के चेहरे कैद हो गए थे। इसके बाद जांच टीमें वीरवार को ही हिसार पहुंच गई थी और वहां स्थानीय पुलिस व एसटीएफ, सीआईए की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

दप्पर टोल पर बाइक खड़ी कर बैठे थे बस में

जांच के दौरान सामने आया कि इन आरोपियों ने दप्पर टोल प्लाजा परिसर में अपनी बाइक खड़ी की और यहीं से बस में बैठकर हिसार पहुंचे। लेकिन दोनों युवक हिसार बाईपास स्थित टोल प्लाजा पर उतर गए और एक बाइक सवार से लिफ्ट लेकर शहर तक गए। वहां से यह दोनों एक युवक के पास गए और वहीं छिप गए। जांच टीमों ने युवकों को लिफ्ट देने वाले व्यक्ति की बाइक नंबर के जरिए पता करके उससे संपर्क किया और उससे युवकों के बारे में पूछताछ की। लिफ्ट देने वाला व्यक्ति एक फोटोग्राफर था। 

चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम सेल व आप्रेशन सेल की संयुक्त टीम ने हिसार पुलिस व एसटीएफ की मदद से उक्त फोटोग्राफर सोनू निवासी बहबलपुर गांव जिला हिसार को हिरासत में लिया गया। उसने बताया वह दोनों युवकों को केवल टोल प्लाजा से अपने गांव तक ही लिफ्ट दी थी। इसके बाद शुक्रवार दोपहर को ही जांच टीमों द्वारा लगातार इन आरोपियों का पीछा किया जा रहा था। देर शाम करीब पौने छह बजे दोनों आरोपी हिसार के पीर वाला गांव के पास बाइक पर भाग रहे थे और जांच टीमें इनका पीछा कर रही थी। इसी दौरान इनकी बाइक एक कच्चे रास्ते पर मिट्टी में फिसलकर गिर गई जिसके बाद यह दोनों भी गिर गए थे। 

एसटीएफ की टीम इनके पास पहुंची और इन्हें सरेंडर करने के लिए कहा तो इन आरोपियों ने आटोमैटिक पिस्टल से जांच टीमों पर धड़ाधड़ फायरिंग कर दी। इस दौरान एसटीएफ के एएसआई संदीप और अनूप को गोलियां लगी लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने के कारण इन दोनों जवानों की जान बच गई। जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग शुरू कर दी और इन दोनों आरोपियों की टांगों में गोलियां लगने से वह घायल होकर गिर गए। इसी दौरान क्राइम ब्रांच व आप्रेशन से की संयुक्त टीम भी वहां पहुंच गई और एसटीएफ दोनों घायलों को देर शाम करीब साढ़े छह बजे हिसार के नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंची।


काला जठेडी के लिए काम करते है दोनों युवक

सूत्रों के मुताबिक इन आरोपियों की पहचान हिसार के गांव खरड़ निवासी अजीत कुमार और देवा गांव निवासी विनय कुमार के रूप में हुई है। विनय पर पहले भी मारपीट के मामले दर्ज है और वह कॉलेज में बीए फाइनल ईयर का विद्यार्थी है। यह दोनों पिछले कुछ समय से गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथी गैंगस्टर काला जठेड़ी के लिए काम कर रहे थे। इसलिए जांच टीमें अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अर्जुन ठाकुर का इन दोनों का क्या लिंक है और क्या इन्हें अर्जुन के कहने पर ही यहां भेजा गया था। हालांकि यह बात भी सामने आई है कि बम ब्लास्ट की घटना को केवल रंगदारी के कारण ही अंजाम दिया गया था। इस मामले में गोल्डी बराड़ व रोहित गोदारा ने पहले ही पोस्ट वायरल करके इस बम ब्लास्ट घटना की जिम्मेवारी ली थी और बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई थी।

अर्जुन ठाकुर की अमेरिका और कनाडा में कई बार हुई विदेशी नंबरों पर बातचीत

उधर, डि”ओरा क्लब में 25 प्रतिशत के पार्टनर पटियाला के नाभा निवासी निखिल चौधरी को जान से मारने की धमकियां देकर 50 हजार रुपये रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार चंडीगढ़ पुलिस के पूर्व एएसआई के बेटे अर्जुन ठाकुर ने भी दो दिन के रिमांड में कई खुलासे किए हैं। जांच टीमों ने उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया है जिसमें जांच के दौरान कई विदेशी नंबर भी निकले है। इसलिए जांच टीमों द्वारा आरोपी की पिछले एक से डेढ़ महीने की कॉल डिटेल भी निकाली है और उसमें संपर्क किए गए नंबरों की जांच की जा रही है। 

जांच में सामने आया है कि अर्जुन ठाकुर की हाल ही में कुछ दिन से अमेरिका और कनाडा में लगातार कई बार विदेशी नंबरों पर व्हाट्सएप के जरिए भी बातचीत हुई है। इसके अलावा भी आरोपी के व्हाट्सएप में भी कई विदेशी नंबरों से की गई चेटिंग डिलीट मिली है। यह चैटिंग रिकवर करने के लिए जांच टीमें आरोपी के मोबाइल को भी सीएफएसएल लैब में भेजेगी। आरोपी को आज दो दिन का रिमांड खत्म होने के बाद फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।

Credit By Amar Ujala

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