Crime – Exclusive: अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया की लव स्टोरी में कौन था वो तीसरा शख्स, जिसे पिता ने बताया असली विलेन- #INA

अतुल के पिता पवन सुभाष का इंटरव्यू.

AI इंजीनियर अतुल सुभाष (Atul Subhash Update) की आत्महत्या का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. पत्नी समेत 5 लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाकर अतुल ने सोमवार को अपनी जान दे दी. इस मामले में पुलिस ने अतुल की पत्नी समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं. इस बीच TV9 भारतवर्ष से अतुल के पिता पवन सुभाष (Pawan Subhash Interview) ने बातचीत की. बताया कि अतुल के साथ क्या-क्या हुआ. कितने दर्द में था उनका बेटा. बहू पर भी पवन ने गंभीर आरोप लगाए.

अतुल के पिता पवन सुभाष ने कहा- एक आदमी जिसने शादी की या बर्बादी, वो खुद भी नहीं जानता था. शादी के बाद वो (अतुल) पत्नी के दबाव में रहा. उसकी हर बात मानी. हर ख्वाहिश को पूरा किया. ड्यूटी के लिए जब भी जाती तो मेरा बेटा 17 किलोमीटर रोज उसे ऑफिस में छोड़ने भी जाता और वापस लाने भी. यानि 34 किलोमीटर वो रोज सिर्फ पत्नी के लिए ट्रैवल करता था. इसके अलावा वो खुद के ऑफिस भी जाता था. उसका आधा दिन तो ट्रैवलिंग में ही निकल जाता था. चाहे कितना भी ट्रैफिक हो, अतुल रोज पत्नी को छोड़ने और लाने जाता था उसके ऑफिस.

शादी के लिए हम पहले जौनपुर से बनारस. फिर बनारस में शादी के बाद हम समस्तीपुर आए. 27 अप्रैल 2019 को शादी हुई थी. वो हमारे साथ 29 अप्रैल तक ही रही. उसके बाद वो यहां नहीं आई. मेरी उम्र 62 साल है और पत्नी अंजू की उम्र 55 साल. हमारी उम्र का लिहाज करते हुए बेटे ने कभी हमें यह नहीं बताया कि बीवी निकिता उसे कितना टॉर्चर दे रही है. वो दुख को झेलता रहा.

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फिर जब बेटा व्योम हुआ तो वो काफी खुश हुआ. उसने सबसे बेहतरीन मेडिकल ट्रीटमेंट निकिता को उपलब्ध करवाया. ढाई लाख से भी ज्यादा रुपये उसकी डिलीवरी में खर्च किए. इसके अलावा भी उसकी हर एक चीज का अतुल ने ख्याल रखा.

मेरे बेटे पर नशा करने का आरोप लगाया

मेरा बेटा कभी शराब नहीं पीता था. इसके अलावा भी कोई और भी नशा नहीं करता था. फिर भी निकिता ने उस पर बेबुनियाद इल्जाम लगाए. कोर्ट के आदेश के बाद अतुल ने पहले 20 हजार रुपये हर महीना बतौर मेंटेनेंस पत्नी को भेजने शुरू किए. फिर 40 हजार की राशि शुरू की गई. उसके बाद कहा गया कि एरियर के साथ मिलाकर अब 80 हजार रुपये आपको निकिता को देने होंगे.

मेरा लड़का भी टूट गया. जज ने तब कहा कि मुझे 5 लाख रुपये दे दो और सेटलमेंट कर लो. तब अतुल ने कहा कि मैं पढ़ा लिखा आदमी हूं. मैं अगर रिश्वत दूंगा तो इससे क्या संदेश जाएगा. इसलिए मैं रिश्वत नहीं दूंगा. वो बेंगलुरु से पहले वाराणसी उतरता, फिर जौनरपुर जाता. वहां जाकर पता चलता कि आज जज साहिबा नहीं आई हैं. हमारे देश की हालत देखिए जरा, यहां जजों को पूरी छूट है कि वो कभी भी छुट्टी ले लें. उन्हें मतलब नहीं कि कोई आदमी पेशी के लिए चाहे कितनी भी दूर से क्यों न आया हो. पेशकार उसे अगली तारीख दे देता है.

ऐसे बिगड़े दोनों के रिश्ते

दोनों के संबंध पहले खराब नहीं थे. जब कोरोना काल शुरू हुआ तो सबसे ज्यादा खराब हालात बेंगलुरु में थे. मेरी बहू को तब कोरोना हुआ तो गलती यहां ये हो गई कि अतुल ने अपनी मां की जगह सास को बुला लिया. बस यही गलती उसे भारी पड़ गई. इसके बाद मामला बिगड़ना शुरू हो गया. सास आई तो उसने मेरे बेटे से पैसे मांगने शुरू कर दिए. 16 लाख पहले ही वो लोग मेरे बेटे से ले चुके थे. 50 लाख और मांग रहे थे. कह रहे थे कि आप पैसे दे दो, मैं इसे ब्याज सहित लौटा दूंगी. तब अतुल ने कहा- मैं पहले भी अपने माता-पिता को बिना बताए आपको पैसे दे चुका हूं. अब मैं और कर्ज नहीं दे सकता. पहले आप पुराने पैसे तो लौटाओ.

बस अतुल का इतना कहना था कि वो लोग उससे चिढ़ गए. उसके बाद वो बेटी को लेकर जौनपुर चले गए. वहां जाकर उन्होंने अतुल की बेटे से भी बात करवानी बंद करवा दी. अतुल ने जो उन्हें पैसे दिए थे, वो उन लोगों ने लौटा दिए. लेकिन इसी बात को लेकर उन्हें इतना गुस्सा आया कि उन्होंने अतुल के खिलाफ 9 केस दर्ज करवा दिए.

पैसों के लिए की थी निकिता ने शादी

निकिता ने पैसों के लालच में ही ही मेरे बेटे अतुल से शादी की थी. जब उसने 1 करोड़ के बाद 3 करोड़ की डिमांड की तो अतुल ने साफ इनकार कर दिया. कहा कि इतनी डिमांड करोगी तो कोई भी डर के कारण आत्महत्या कर लेगा. इस पर निकिता की मां ने कहा कि तू नहीं तो तेरा बाप देगा. तुम्हारे पूरे खानदान से हम पैसा वसूलते रहेंगे. मेरा बेटा फांसी पर नहीं चढ़ा. वो शहीद हुआ है. वो समाज के लिए एक संदेश छोड़ गया है कि यहां कानून में बदलाव की जरूरत है. बेटे के जाने का घाव हमें ताउम्र रहेगा.

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