Crime – लाश पर चढ़े फूल और जले हुए डॉक्यूमेंट्स… क्या डायरी पर लिखा ये नाम सुलझा पाएगा JPSC टॉपर शालिनी विजय की डेथ मिस्ट्री?- #INA
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JPSC टॉपर, उनके भाई और मां की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत.
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के पहले बैच की टॉपर शालिनी विजय और उनके परिवार की मौत की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है. लेकिन शालिनी के कमरे से कुछ सामान जरूर मिला है, जिससे पुलिस को केस सुलझाने में काफी मदद मिल सकती है. ये है शालिनी के कमरे से मिली एक डायरी. इस डायरी में लिखा है- हमारी मौत की खबर विदेश में रहने वाली हमारी बहन को दे दी जाए.
इससे पुलिस अंदेशा लगा रही है कि यह एक सुसाइड केस है. लेकिन क्राइम सीन में देखा गया कि शालिनी की मां शकुंतला विजय का शव दूसरे कमरे बेड पर पड़ा था. लाश के ऊपर सफेद चादर ढकी हुई थी. उस पर कुछ फूल भी रखे हुए थे. साथ ही एक फैमिली फोटो भी शव के बगल में रखी हुई थी. वहीं, शालिनी और उनके IRS भाई मनीष विजय का शव दूसरे कमरे में फंदे से लटका हुआ था.
ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं मां को मारकर भाई-बहन ने खुदकुशी तो नहीं की? इसके अलावा इस एंगल पर भी जांच की जा रही है कि किसी तीसरे शख्स ने तीनों को मार डाला हो. फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए क्राइम सीन से छेड़छाड़ की हो. डायरी में लिखी हैंडराइटिंग की भी जांच की जा रही है. शालिनी की बहन से भी कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की जा रही है. हो सकता है उनसे इस बारे में कुछ जानकारी मिले.
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पुलिस का ये भी कहना है कि डिप्रेशन के चलते कहीं ये खौफनाक कदम न उठाया गया हो. पुलिस को घर के किचन से कुछ जले हुए दस्तावेज भी मिले हैं. ये दस्तावेज किस चीज के थे, इसका पता लगाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं जीएसटी के अतिरिक्त आयुक्त मनीष के कोच्चि में स्थित सरकारी आवास पर इन तीनों का शव मिला है. शालिनी झारखंड समाज कल्याण विभाग में सहायक निदेशक के पद पर तैनात थीं. लेकिन साल 2020 से ही छुट्टी पर चल रही थीं. मूल रूप से झारखंड का रहने वाला यह परिवार केरल के एर्नाकुलम जिले के कक्कानाड कस्टम्स क्वार्टर में रह रहा था.
कौन थीं शालिनी विजय?
शालिनी ने 2006 में JPSC की परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया था. JPSC ने साल 2003 में पहली बार परीक्षा आयोजित की थी और शालिनी ने साल 2006 में ये परीक्षा दी थी और टॉप किया था. उन्हें डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था. हालांकि, बाद में उनकी रैंक को चुनौती दी गई थी. आगे जाकर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. साल 2024 में इस मामले से जुड़ी चार्जशीट दाखिल की गई और मुकदमे की कार्रवाई चल रही थी. बताया ये भी जा रहा है कि इस केस से शालिनी काफी परेशान चल रही थीं.
काम पर नहीं लौटे थे मनीष
IRS मनीष विजय चार दिन की छुट्टी के बाद भी काम पर नहीं लौटे थे तो उनके दो सहयोगी उनका हालचाल लेने सरकारी आवास पर पहुंचे थे. मनीष विजय के आवास पर पहुंचने के बाद वहां से उन्हें बदबू आने लगी. इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है. साथ सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
लाश पर चढ़े फूल और जले हुए डॉक्यूमेंट्स… क्या डायरी पर लिखा ये नाम सुलझा पाएगा JPSC टॉपर शालिनी विजय की डेथ मिस्ट्री?
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