Delhi-Ncr विकास की सौगात से पीएम मोदी बिछाएंगे दिल्ली की बिसात, क्या खत्म होगा बीजेपी का 27 साल का सूखा?- #INA
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
गुजरात के मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री बने हुए नरेंद्र मोदी को 10 साल से ज्यादा का समय हो चुका है. मोदी-शाह की जोड़ी 2014 के बाद से बीजेपी के लिए जीत हासिल करने की गारंटी बन गई है. उत्तर से दक्षिण और पश्चिम से पूर्वोत्तर राज्यों तक बीजेपी की जीत का डंका बजा. लेकिन केंद्र सरकार के नाक के नीचे दिल्ली में 2015 और 2020 में दो बार विधानसभा चुनाव हुए. इन दोनों ही चुनावों में बीजेपी जीत का स्वाद नहीं चख सकी. अब तीसरी बार विधानसभा चुनाव होने जा रहा है.
ऐसे में अब पीएम मोदी दिल्ली को विकास की सौगात से नवाज कर चुनावी बिसात बिछाएंगे, लेकिन सवाल यह है कि क्या 27 साल से चला आ रहा बीजेपी का सूखा खत्म हो पाएगा?
मोदी की रैली या चुनाव का आगाज?
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी 45 हजार करोड़ रुपये के विकास की सौगात देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को रोहिणी के जापानी पार्क में रैली करेंगे और विकास से जुड़ी हुई 4500 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की सौगात देंगे. इसके बाद पीएम मोदी की दिल्ली में दूसरी रैली पांच जनवरी को पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में होनी है. इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले चार दिनों में दो रैलियां कर दिल्ली में बीजेपी के पक्ष में सियासी माहौल बनाने की रणनीति अपनाई है. जिसे विधानसभा के चुनावी अभियान का आगाज माना जा रहा है.
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दिल्ली को विकास की सौगात देंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के लिए विकास का पिटारा खोलने जा रहे हैं. विकास से जुड़ी कई योजनाओं का शिलान्यास करेंगे . पीएम दिल्ली विश्वविद्यालय के दो नए कैंपस का उद्घाटन करेंगे. एक कैंपस पूर्वी दिल्ली और दूसरा पश्चिमी दिल्ली में होगा. सावरकर के नाम पर एक नए कॉलेज की नींव रखेंगे. साथ ही दिल्ली में मेट्रो के फेज-4 के तहत रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास और दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे के शुभारंभ के साथ ही दिल्ली को जाम व प्रदूषण मुक्त करने के लिए चार मुख्य प्रोजेक्टों से देंगे.
दिल्ली में झुग्गी वासियों को लेकर राजनीतिक दलों के बीच शह-मात का खेला जा रहा है. ऐसे में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की ओर से वजीरपुर में बनाए गए 1645 स्वाभिमान फ्लैट की चाबी पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अशोक विहार के झुग्गीवासियों को सौंपेंगे.
डीडीए के ये फ्लैट जहां झुग्गी,वहीं मकान के तहत बनाए गए हैं. योजना का उद्देश्य झुग्गीवासियों को सुरक्षित और पक्के मकान उपलब्ध कराना है ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें. यह कदम विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की स्ट्रैटेजी और सोची-समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
मोदी की रैली से बीजेपी का चुनावी आगाज
पीएम मोदी की रैली से बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव अभियान आगाज करने जा रही है. जिसके लिए पार्टी नेताओं को भीड़ जुटाने का जिम्मा दिया गया है. बीजेपी के हर मंडल अध्यक्षों को कम से कम दो बसें भरकर लाने की जिम्मेदारी है.
बीजेपी ने अपने तीन सांसद को पीएम मोदी की रैली का प्रभारी बनाया है. जिसमें कमलजीत सहरावत, योगेंद्र चंदोलिया और रामवीर सिंह बिधूड़ी हैं. बीजेपी ने तीन अलग-अलग जातियों से प्रभारी बनाए हैं, जिसमें सहरावत जाट समाज से तो बिधूड़ी गुर्जर जाति और चंदोलिया दलित समाज से हैं. इस तरह से बीजेपी ने दिल्ली की तीन प्रमुख जातियों को साधकर रखने की रणनीति है और यही तीनों समाज दिल्ली की सियासत की दशा और दिशा तय करते हैं.
सुषमा और सावरकर पर हो सकते हैं कॉलेज के नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 जनवरी को पूर्व और पश्चिमी दिल्ली में डीयू कैंपस के साथ एक नए कॉलेज की आधारशिला रखेंगे. माना जा रहा है कि एक विश्वविद्यालय ने दो कॉलेजों की स्थापना के लिए नजफगढ़ और फतेहपुर बेरी में दो भूखंड आवंटित किए गए हैं. सूरजमल विहार में प्रस्तावित पूर्वी कैंपस बनाए जाएगा तो द्वारका में पश्चिमी कैंपस बनाया जाएगा.
बीजेपी की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज के नाम पर एक कॉलेज का नाम रखने के प्रस्ताव पहले से ही है और दूसरे का वीर सावरकर, स्वामी विवेकानंद, वल्लभभाई पटेल, सावित्रीबाई फुले जैसे नाम पर रखे जा सकते हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी कॉलेज के नाम के जरिए भी सियासी समीकरण साधने की कवायद कर सकती है.
केजरीवाल के दांव को काउंटर करने का प्लान
दिल्ली में आम आदमी पार्टी जिस तरह मुफ्त योजना और एक के बाद एक लोक लुभाने वादे कर चुनावी एजेंडा सेट कर रही है, उसके चलते बीजेपी झुग्गीवासियों को पक्के मकानों का तोहफा देकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिश करने में लगी है.
दिल्ली में झुग्गीवासियों को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच शह-मात का खेल जारी है. पिछड़े दिनों दोनों ही पार्टियों के नेता झुग्गी बस्तियों में जाकर रात गुजारी थी. जिसके जरिए वहां रहने वाले लोगों को दिल जीतने की रणनीति थी.
फ्लैट मिलने में न हो कोई दिक्कत- खट्टर
केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को दिल्ली के सभी सातों सांसदों के साथ बैठक कर कार्यक्रम की समीक्षा की. इस दौरान यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि लाभार्थियों को फ्लैट मिलने में कोई दिक्कत न हो और कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जाए.
इसकी वजह यह है कि दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले ही सत्ता की दशा और दिशा तय करते हैं. इसके अलावा दिल्ली की सियासत में सुषमा स्वराज की अपनी एक अहमियत रही है, पंजाबी समुदाय के बीच उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है. ऐसे में बीजेपी दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस का नाम उनके नाम पर रखकर भी दांव चल रही है.
दिल्ली में क्या खत्म होगा 27 साल का सूखा
दिल्ली की सियासत में अब तक सात बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और अब आठवीं बार चुनाव होने जा रहे हैं. बीजेपी महज एक बार 1993 के चुनाव में जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी, लेकिन 1998 में एक बार बीजेपी के हाथों से दिल्ली की सत्ता गई तो फिर वापसी नहीं कर सकी.
पहले 15 सालों में बीजेपी, कांग्रेस की शीला दीक्षित के सामने खड़ी नहीं हो सकी और अब पिछले 11 सालों से केजरीवाल के आगे पस्त नजर आ रही है. इस तरह 27 साल से बीजेपी सत्ता का वनवास झेल रही है, लेकिन पीएम मोदी अब बीजेपी का सूखा खत्म करने की कवायद में है.
ऐसे में बीजेपी इस बार पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतरने की स्ट्रैटेजी बनाई है. जिसके लिए अपने दिग्गज नेताओं को भी उतारने की रणनीति बनाई है. ऐसे में देखना है कि बीजेपी क्या मिशन दिल्ली को फतह कर पाएगी?
विकास की सौगात से पीएम मोदी बिछाएंगे दिल्ली की बिसात, क्या खत्म होगा बीजेपी का 27 साल का सूखा?
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