राजापाकर में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजापाकर के परिसर में सडक कई मांग को लेकर प्रदर्शन

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार।

वैशाली के राजापाकर में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजापाकर के परिसर में रास्ता की मांग को लेकर विद्यालय के पूर्व स्थित चकराजो  ग्राम के दर्जनों दलित महादलित महिला पुरुषों ने किया हल्ला हंगामा। तथा कहा कि जब तक मुझे सड़क नहीं मिलेगा विद्यालय के गेट को बंद करने नहीं देंगे एवं गेट के नजदीक बना रहे नवनिर्मित मकान को बने नहीं देंगे. ज्ञात हो की चकराजो ग्राम में लगभग 5 हजार दलित महादलित लोगों की आबादी है. जहां के लोगों के आने-जाने का इसी विद्यालय परिसर होकर मुख्य गेट तक रास्ता है. जो रास्ता लगभग 50 वर्षों से ग्रामीण उपयोग कर रहे हैं. लेकिन विद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यालय के चारों तरफ बाउंड्री कराकर एक मुख्य रास्ता आने-जाने का छोरा गया था उसको भी बंद करने को ले लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया.

वही विद्यालय के प्रधान विजय कुमार ने बताया कि उच्च पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया की रास्ता को बंद कर दिया जाए ताकि विद्यालय सुरक्षित रहेगा. जिसके निर्देशानुसार गेट को बंद करने कार्रवाई की जा रही थी. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. इस गेट के नजदीक शिक्षा विभाग के द्वारा विद्यालय के लिए कमरे  के निर्माण के लिए दो दिन पहले जेसीबी से गड्ढा खुदाई कर निर्माण कार्य चल रहा था. जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए एवं आज सुबह 9 बजे चकराजो ग्राम के सैकड़ो महिला पुरुष विद्यालय परिसर में जमा हो अल्लाह हंगामा करने लगे तथा बताया कि हम लोगों को जब तक रास्ता नहीं मिलेगा भवन बनने नहीं देंगे नहीं गेट को बंद करने देंगे. घटना की सूचना पाकर थाना अध्यक्ष बीना कुमारी सुरक्षा बलों के साथ मौके पर पहुंची.

आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का काम किया लेकिन सड़क की मांग कर रहे दर्जनों महिला पुरुष उनकी एक बात मानने को तैयार नहीं हुए .उसके बाद 1 बजे प्रखंड विकास पदाधिकारी आनंद प्रकाश, थाना अध्यक्ष बिना कुमारी, विद्यालय के प्रधान विजय कुमार एवं पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मुकेश पटेल के बीच प्रधानाध्यापक कक्ष में इस मुद्दे पर बात हुई. उसके बाद सर्वसम्मति  बनी की निर्माण कार्य को तत्काल रोक दिया जाए एवं दो-चार दिन मे स्थानीय लोगों की बैठक बुलाया जाए सभी की सर्व सम्मती से जो निर्णय होगा वह कार्य किया जाएगा. उसके बाद जेसीबी  मशीन से मकान बनाने के लिए खोदे गए गढो को भर दिया गया उसके बाद आक्रोशित लोग माने एवं हल्ला हंगामा खत्म कर दिया.

ज्ञात हो की चकराजो ग्राम के लोगों की सड़क की भारी समस्या है. हर बार चुनाव में वे सभी जन प्रतिनिधियों से सड़क के निर्माण एवं रास्ता की मांग करते हैं लेकिन हर बार उन्हें जनप्रतिनिधि धोखा देते हैं और चुनाव के बाद सब भूल जाते हैं. जिससे वर्षों की उनकी मांग आज तक पूरी नहीं हुई. चक्रराजो ग्राम में किसी महिला पुरुष की तबीयत खराब होने पर गर्भवती माता के डिलीवरी होने पर लोग उसे खाट पर लादकर अपने घर से मुख्य सड़क 2 किलोमीटर लाते हैं तब वह अस्पताल को जाते हैं. सड़क की उनकी मांग सही है. लेकिन विद्यालय परशासन भी अपने उच्च पदाधिकारी के निर्देश के अनुसार विद्यालय के गेट को बंद करने को मजबूर है.

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News