देश – GRP ने ढूंढ निकाली चार माह की बच्ची, नौ दिन में 1000 CCTV और 2000 कॉल्स खंगालने के बाद मिली कामयाबी – #INA

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Ghaziabad News :
एक हजार सीसीटीवी फुटेज और दो हजार कॉल डिटेल खंगालने के बाद गाजियाबाद जीआरपी के हाथ चार माह की मासूम के किडनैपर तक पहुंच ही गए। पुलिस ने गाजियाबाद के आसपास ही नहीं, दिल्ली और हरियाणा के रेलवे स्टेशनों की सीसीटीवी फुटेज भी खंगालनी पड़ी, नौ दिन के अथक प्रयास उस समय सफल हो गए जब मासूम को उसके माता पिता मिल गए।

प्लेटफार्म से अगवा हुई थी चार माह की मासूम

9 दिसंबर को मध्य प्रदेश जाने के रेलवे स्टेशन पहुंचे दीपक को शराब पिलाने के बाद एक अजनबी प्लेटफार्म से उसकी चार माह की बेटी को लेकर फरार हो गया था। उससे पहले वह कई घंटे तक दीपक और उसके परिवार के साथ रहा और बच्ची को खिलाते हुए लेकर फरार हो गया। उस समय दीपक की पत्नी टॉयलेट के लिए गई हुई। दीपक ने काफी तलाशने के बाद मामले की सूचना जीआरपी को दी थी।

दीपक को शराब की दुकान पर मिला था आरोपी

एसपी जीआरपी आशुतोष शुक्ला ने बताया कि मूलरूप से मध्य प्रदेश के छतरपुर जनपद के लवकुश नगर का रहने वाला दीपक परिवार के साथ आकाश नगर में रहता है। वह नौ दिसंबर को मध्य प्रदेश जाने के लिए अपनी पत्नी और चार माह की बेटी के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचा था। ट्रेन छूटने के चलते वह रात में प्लेटफार्म पर ही रुक गया था। सुबह के समय दीपक स्टेशन से बाहर निकला और शराब की दुकान पर पहुंच गया। शराब की दुकान पर उसे एक अजनबी मिल गया। दोनों में बातचीत होने लगी और फिर साथ में शराब पीकर प्लेटफार्म पर पहुंच गए, जहां दीपक की पत्नी अपने बेटी के साथ मौजूद थी। अजनबी ने बताया था कि उसे आगरा जाना है। कुछ देर बाद दीपक पत्नी टॉयलेट चली गई और दीपक खाना खाने लगा, इस बीच अजनबी बच्ची को खिलाते हुए प्लेटफार्म पर टहलने लगा और टहलते- टहलते बच्ची को लेकर फरार हो गया।

जीआरपी की 10 टीमे जुटी थीं जांच में

सीओ जीआरपी सुदेश गुप्ता ने बताया कि सूचना पर जीआरपी ने मामले की जांच शुरू की। बच्ची को बरामद करने के लिए  जीआरपी की 10 टीम लगाई गई थीं, घटना के समय आरोपी के पास जो मोबाइल था, जीआरपी ने तमाम जांच पड़ताल के बाद वह ट्रेस कर लिया। छानबीन के बाद पता चला कि वह मोबाइल आरोपी ने सोनीपत में ट्रेन में एक यात्री को शराब पिलाने के बाद चोरी कर लिया था।

रेन बसेरे में दिए गए आधार कार्ड से मिला सुराग

किडनैपर की तलाश के लिए दिल्ली, सोनीपत, पानीपत, करनाल के स्टेशनों पर जीआरपी टीम तैनात की गईं, तब पता चला कि एक संदिग्ध करनाल में रात में रेन बसेरे में रुका था। उसने वहां अपने आधार कार्ड की डिटेल दी थी, जांच करने पर आधार कार्ड पीलीभीत जनपद का निकला। पुलिस जांच करती हुई पीलीभीत पहुंची और किडनैपर को उसकी बहन के घर से गिरफ्तार कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। आरोपी का नाम विकास कुमार है।

बहन को बताया स्टेशन पर मिली है बच्ची

विकास ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने बहन के घर जाकर बताया था कि बच्ची रेलवे स्टेशन पर लावारिश मिली है। विकास बच्ची को बेचने की कोशिश में उसे ग्राहक की तलाश थी, लेकिन उसे कोई ग्राहक मिलता, उससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरोपी के अपराधिक इतिहास की जानकारी कर रही है। शराब पीकर उसके द्वारा चोरी की वारदातों को अंजाम देने की जानकारी पुलिस को मिली है।

किडनैपर तीन दिन तक इस्तेमाल किया मोबाइल

जीआरपी निरीक्षक अनुज मलिक ने बताया कि आरोपी विकास घटना के तीन दिन बाद तक सोनीपत से चोरी किए गए मोबाइल को इस्तेमाल करता रहा। जांच करने पर पता चला कि वह दिल्ली और पानीपत के बीच घूम रहा है। सीसीटीवी फुटेज से मिली उसकी तस्वीर दिखाकर जीआरपी तमाम स्टेशनों पर पूछताछ करती घूमी। इस दौरान करीब एक हजार सीसीटीवी फुटेज देखी गई। करीब दो हजार कॉल्स की डिटेल भी खंगाली गई। तब कहीं जाकर उसके पीलीभीत में होने की जानकारी मिल सकी।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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