डीएम ने विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक की सभी योजनाओं को समय पर पूर्ण कराएं ।
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
वैशाली/हाजीपुर | 17 दिसंबर:- प्रभारी जिला पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह द्वारा सभी विकास योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक उस समय हुई जब पूर्वाहन में मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला पदाधिकारियों के साथ संवाद स्थापित किया था। इस महत्वपूर्ण बैठक में उप विकास आयुक्त श्री कुंदन कुमार, अपर समाहर्ता (आपदा) श्री अरुण कुमार सिंह, एसडीएम हाजीपुर श्री रामबाबू बैठा, एसडीसी श्री कुमार अनुज, जिला योजना पदाधिकारी श्री नीरज, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री वीरेंद्र नारायण सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य वित्तीय वर्ष 2023-2024 की समाप्ति के निकटता के मद्देनजर विकास योजनाओं की प्रगति और उनकी प्रभावशीलता की समीक्षा करना था। प्रभारी जिला पदाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी विभागों को अपनी योजनाओं को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा, “वर्तमान में हम वर्ष 2024 के अंतिम चरण में हैं, इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि कोई भी मामला लंबित न रहे।” उनकी इस टिप्पणी ने सभी पदाधिकारियों को एक गंभीर संदेश दिया कि समय प्रबंधन विकास योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
समीक्षा बैठक के दौरान, प्रभारी जिला पदाधिकारी ने कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए कार्य करना चाहिए। यह उपाय न केवल योजनाओं की पहुंच को बढ़ाएगा, बल्कि समाज के हर वर्ग के लोगों को उनके अधिकारों और उपलब्ध अवसरों के प्रति जागरूक भी करेगा। इसके लिए उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कोई अड़चन आ रही है तो उसे तुरंत उजागर करें, ताकि समय पर समाधान किया जा सके।
उप विकास आयुक्त श्री कुंदन कुमार ने भी बैठक में अपने विचार व्यक्त किए और आगे विकास योजनाओं के त्वरित और प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “पदाधिकारियों को अपने दायित्वों को समझते हुए विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने में तत्पर रहना चाहिए।” उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पदाधिकारी गांव-देहात में जाकर स्थानीय नागरिकों से मिलें और उनके फीडबैक को लें, ताकि योजनाओं की आवश्यकताओं और चुनौतियों का सही आंकलन किया जा सके।
बैठक में लोक शिकायत निवारण तंत्र को भी मजबूत बनाने के विषय पर चर्चा हुई। यह सुझाव महत्वपूर्ण है क्योंकि एक मजबूत शिकायत निवारण तंत्र यह सुनिश्चित करता है कि लोगों की आवाज सुनी जाए और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।
समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने प्रभारी जिला पदाधिकारी की योजनाओं और उनके निर्देशों को ध्यान से सुना और उन पर अमल करने का आश्वासन दिया। बैठक का समापन करते हुए, प्रभारी जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को प्रेरित किया कि वे अपने कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करें और विकास के इस महत्वपूर्ण कार्य में अपनी भूमिका को गंभीरता से निभाएं।
इस प्रकार की समीक्षा बैठकें न केवल विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक हैं, बल्कि वह एक सशक्त प्रशासन का भी प्रतीक हैं। जब जिला प्रशासन इस प्रकार की सक्रियता दिखाता है, तब यह स्पष्ट होता है कि हाजीपुर क्षेत्र में विकास संभावनाओं की कोई कमी नहीं है। समय पर योजनाओं का क्रियान्वयन, शिकायत निवारण तंत्र की मजबूती, और जन-संवेदनशीलता, ये सभी मिलकर हाजीपुर को एक नई दिशा में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
यह बैठक हाजीपुर के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी और स्थानीय नागरिकों को योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर मिलेगा। ऐसे प्रयासों से न केवल क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि जनजीवन में भी सुधार होगा।