बिहार अररिया जिले में घने कोहरे के कारण सुबह 10 बजे तक विजिबिलिटी 20 मीटर, गेहूं को होगा फायदा तो आलू की खेती को नुकसान

मिंटू राय संवाददाता अररिया

न्यूनतम तापमान लुढ़कने से ठंड में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर दो-तीन दिनों से देखने को मिल रहा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। जिससे काफी ठंड बढ़ गई है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आफताब आलम ने बताया कि आगामी दिनों में भी काफी ठंड व कोहरा रहने की संभावना है। इस ठंड के मौसम में पारा लुढकने से बुधवार का दिन अब तक के सबसे अधिक सर्द रहा।

सुबह 7:00 बजे 10 डिग्री सेल्सियस, 8:00 बजे 11 डिग्री सेल्सियस, 9:00 बजे 12 डिग्री सेल्सियस व 10:00 बजे 13 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। हालांकि धीरे-धीरे दोपहर 12:00 बजे तक सूर्य भी निकला लेकिन ठंड में कोई कमी नहीं आई। इस ठंड को लेकर लोगों का जनजीवन प्रभावित होने लगा है। लोग लोग इस कंपकपी वाली ठंड में अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में भी न्यूनतम तापमान बहुत कम रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि आगामी तीन दिनों तक ठंड में कोहरे की काफी संभावना बनी हुई है। वैज्ञानिक ने बताया कि लोगों को इस ठंड में परहेज करने की जरूरत है।

आलू के पौधों में झुलसा बीमारी की संभावना ठंड बढ़ने से सबसे अधिक फायदा अधिक गेहूं की फसल को होगा। जबकि तिलहन, दलहन व आलू की फसल को नुकसान की संभावना बढ़ गई है। ठंड के कारण आलू की खेती करने वाले किसानों की समस्या बढ़ गई। आलू के पौधों में झुलसा नाम बीमारी होने की संभावना बढ़ गई है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आफताब आलम ने बताया की ऐसे मौसम में गेहूं के पौधों को काफी फायदा होगा। जबकि देरी से मक्का की बुआई किए गए पौधों को भी नुकसान होने की संभावना। उन्होंने बताया ठंड में सबसे अधिक आलू के पौधे को नुकसान होने की संभावना रहती है। इसलिए आलू की ग्लेनी करने वाले किसानों को याने ग्लेन में रेलोपिलगोल्ट। खेती करने वाले किसानों को अपने खेत में रेडोमिल गोल्ड नामक दो ग्राम दवा को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए ताकि आलू के पौधों के झुलसा नामक रोग से बचाया जा सके।

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